India’s AMCA Project: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और इसमें मेक इन इंडिया के हथियारों का जलवा पूरी दुनिया ने देखा. जिस तरह पाकिस्तान की तरफ से छोड़े गए तुर्किए के ड्रोन और चीन के मिसाइल को आसमान में गिराकर भारतीय मिसाइलों ने दुश्मन देश में गदर मचा दिया, इसके बाद अब डिफेंस सेक्टर में मेक इन इंडिया के जरिए और बड़ा निवेश होने जा रहा है. मेक इन इंडिया का जलवा देखने के बाद अब भारत स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की तैयारी में लग गया है, जिसके तहत एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है. पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप के तहत ये लड़ाकू विमान बनाए जाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मेक इन इंडिया के तहत बनने वाले इस लड़ाकू विमान से जुड़े प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है. भारत आकाश में अपनी ताकत को मजबूत करने के लिए लंबे समय से महत्वाकांक्षी एएमसीए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जिसके तहत सटीक मारक क्षमता के साथ लड़ाकू विमानों को तैयार किया जा सके. ऐसे में आने वाले दशकों में हल्के लड़ाकू विमान तेजस के साथ एएमसीए भारत के लिए जंग के मैदान में तुरूप का पत्ता साबित होने वाला है.
अब उड़ेगी पाक-चीन की नींद
एएमसीए प्रोजेक्ट के बारे में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उद्योग जगत की हस्तियों के साथ बात करते हुए बताया कि इससे भारत की रक्षा को मजबूती मिलेगी. एक तरफ जहां भारत की तरफ से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान अब चीन से पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की खरीदारी की तैयारी में है तो वहीं नई दिल्ली अपने रक्षा बेड़े को और मजबूत करने में लगा है. ऐसे में एएमएसी प्रोजेक्ट के जरिए भारत की सरकारी और प्राइवेट कंपनियां इस पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकी विमानों को मिलकर तैयार करेंगे.
डिफेंस एक्सपोर्ट 23500 करोड़ पार
डिफेंस सेक्टर में भारत की मजबूती का अंदाजा रक्षा मंत्री के इस बयान से भी लगाया जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा कि दस साल पहले भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 1,000 करोड़ रुपये से भी कम था. लेकिन अब ये बढ़कर रिकॉर्ड 23,500 करोड़ रुपये के पार कर गया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि ये साबित हो चुका है कि डिफेंस सेक्टर में ‘मेक-इन-इंडिया’ भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत की स्वदेशी प्रणालियों ने पूरी दुनिया को चकित कर दिया क्योंकि हमारी रक्षा प्रणालियों ने अपनी ताकत दिखाई. राजनाथ ने कहा कि आज हम सिर्फ लड़ाकू जेट या मिसाइल प्रणाली ही नहीं बना रहे हैं बल्कि हम नए जमाने की युद्ध तकनीक की भी तैयारी कर रहे हैं.