जगन्नाथ पुरी की रथयात्रा में गौतम अडानी का ‘सेवा से साधना’ संकल्प

जगन्नाथ पुरी की रथयात्रा में गौतम अडानी का ‘सेवा से साधना’ संकल्प


ओडिशा के पुरी में आज जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा निकली, तो उसमें देश के मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी भी पूरे परिवार के साथ शामिल हुए. उनकी पत्नी प्रीति अडानी और बेटे करण अडानी भी इस भव्य धार्मिक आयोजन में भाग लेने पहुंचे. अडानी परिवार ने न केवल पूजा-पाठ में भाग लिया, बल्कि भगवान के लिए प्रसाद तैयार करने की सेवा में भी हिस्सा लिया.

‘यह रथयात्रा आस्था, सेवा और एकता का विराट स्वरूप है’

गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की दिव्य रथयात्रा के दर्शन का सौभाग्य पाकर धन्य हुआ. भक्तों के बीच साक्षात भगवान को देखना, विनम्रता, सरलता और करुणा की पराकाष्ठा का अनुभव है. यह रथ यात्रा आस्था, सेवा और एकता का विराट स्वरूप है, जो मन, बुद्धि और आत्मा, तीनों को आनंदित कर देती है.

पुरी की इस पवित्र भूमि पर, लाखों भक्तों के साथ इस अद्भुत अनुभव का साक्षी बनना, सदैव मेरे जीवन की अनमोल स्मृतियों में शामिल रहेगा. मैं प्रदेश सरकार, पुरी प्रशासन और उन हजारों सेवा-समर्पित कर्मियों को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिनके समर्पण और अनुशासन से यह आयोजन इतनी श्रद्धा और भव्यता से संपन्न हो रहा है. महाप्रभु की कृपा पावन राज्य ओडिशा समेत, भारत और भारतवासियों पर सदा बनी रहे.

जय जगन्नाथ!’

अडानी ग्रुप बना श्रद्धालुओं की सेवा का सहारा

पुरी की यह रथयात्रा सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा धार्मिक आकर्षण है, जिसमें लाखों श्रद्धालु जुटते हैं. इस नौ दिवसीय उत्सव के दौरान अडानी ग्रुप श्रद्धालुओं और स्थानीय प्रशासन की हर स्तर पर मदद कर रहा है. अडानी फाउंडेशन के माध्यम से यह सेवा अभियान बड़ी स्केल पर संचालित किया जा रहा है, जिसमें खाने-पीने से लेकर सुरक्षा तक का खास इंतज़ाम किया गया है.

सेवा का नया पैमाना

अडानी ग्रुप ने 26 जून से 8 जुलाई तक चलने वाली इस रथयात्रा के दौरान अनुमानित चार करोड़ भोजन और पेय पदार्थों के वितरण का संकल्प लिया है. पुरी में कई जगहों पर भोजन केंद्र बनाए गए हैं जहां श्रद्धालुओं, वॉलंटियर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त में खाना और ठंडा पानी दिया जा रहा है. गर्म मौसम को देखते हुए विशेष ठंडे पेय पदार्थों के स्टॉल भी जगह-जगह लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को लू और गर्मी से राहत मिल सके.

सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतज़ाम

सेवा केवल भोजन तक सीमित नहीं है. अडानी ग्रुप ने सफाई कर्मचारियों को फ्लोरेसेंट जैकेट्स, वॉलंटियर्स को टी-शर्ट और सुरक्षा बलों व श्रद्धालुओं के लिए रेनकोट, कैप और छतरियां वितरित की हैं. इसके अलावा, पुरी बीच लाइफगार्ड महासंघ के साथ मिलकर लाइफगार्ड्स को भी लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया जा रहा है, जिससे समुद्र किनारे आने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

स्थानीय संस्थाओं और ISKCON के साथ मिलकर हो रही सेवा

यह पूरा सेवा अभियान पुरी जिला प्रशासन, ISKCON और स्थानीय सिविल सोसाइटी संगठनों के साथ मिलकर चलाया जा रहा है. गौतम अडानी ने इससे पहले प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भी इसी तरह का सेवा कार्य किया था, जहां उन्होंने धार्मिक संस्थाओं और स्थानीय निकायों के साथ मिलकर भोजन वितरण और सुविधाएं प्रदान की थीं.

‘सेवा से साधना’ की राह पर अडानी परिवार

गौतम अडानी ने इस मौके पर कहा भी कि, “हमने महाकुंभ में पहली बार ‘सेवा से साधना’ की कोशिश की थी. आज जगन्नाथ पुरी की इस भव्य यात्रा में हमने इसे और आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है.” पुरी की रथयात्रा में उनकी उपस्थिति और सेवा कार्यों के ज़रिए यह संदेश साफ है कि अब कॉर्पोरेट दुनिया भी आस्था और सेवा के संगम में सक्रिय रूप से भागीदार बन रही है.

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