वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विदेशी संबंधों को लेकर मोदी सरकार को जमकर घेरा है. लोकसभा में राहुल गांधी ने गुरुवार (3 अप्रैल,2025) को भारत की करीब 4,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर चीन के कब्जे और भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ के मुद्दे उठाए.
उन्होंने सरकार से पूछा कि 4,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि जो चीन ने हड़प ली है, उसके बारे में क्या कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि भारतीय विदेश सचिव चीन के राजदूत के साथ केक काट रहे हैं, जबकि हमारे 20 जवानों ने शहादत दी थी.
‘कांग्रेस चीन से संबंधों को सामान्य करने के खिलाफ नहीं’
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस चीन के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के खिलाफ नहीं है, लेकिन उससे पहले भारत की भूमि वापस मिलनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने चीनियों को पत्र लिखा है, लेकिन इसकी जानकारी हमें चीन के राजदूत से मिल रही है, न कि हमारी अपनी सरकार से.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 26 प्रतिशत टैरिफ का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, “हमारे सहयोगी ने अचानक 26 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है, जो हमारी अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगा. भारत के ऑटो उद्योग, दवा उद्योग और कृषि समेत सभी पर खतरा है.”
इंदिरा गांधी का उदाहरण देकर राहुल ने कही ये बात
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि जब उनसे पूछा गया कि विदेश नीति के मामले में उनका झुकाव वामपंथ की ओर है या दक्षिणपंथ की ओर, तो उन्होंने जवाब दिया कि वह एक भारतीय हैं और उनका रुख सीधा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, लेकिन भाजपा-आरएसएस की विचारधारा अलग है; वे हर विदेशी के सामने सिर झुकाते हैं. यह उनकी संस्कृति और इतिहास का हिस्सा है.
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