जसप्रीत बुमराह को आज के समय में टेस्ट क्रिकेट का सबसे घातक गेंदबाज माना जाता है, लेकिन क्या भारतीय टीम सिर्फ बुमराह के सहारे ही जीतती है? तो जवाब है, नहीं. टीम इंडिया ने कई बार यह साबित किया है कि जब जसप्रीत बुमराह नहीं भी होते, तब भी उसकी गेंदबाजी की ताकत कम नहीं होती है. आइए जानते हैं ऐसे 5 टेस्ट मैचों के बारे में जब बुमराह के बिना भी भारत ने जीत हासिल की और कई ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
गाबा टेस्ट
2021 में ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया टेस्ट मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बन चुका है. टीम इंडिया के कई सीनियर खिलाड़ी जैसे बुमराह इस मैच में नहीं खेले, लेकिन भारत ने वहां ऐसी जीत दर्ज की जो हमेशा याद रखी जाएगी. ऑस्ट्रेलिया को उसी के अजेय गढ़ में हराकर भारत ने टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी. सिराज, शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और ऋषभ पंत जैसे इस जीत के हीरो रहे थे.
डोमिनिका टेस्ट
2023 के वेस्टइंडीज दौरे पर जसप्रीत बुमराह चोट की वजह से टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन भारतीय टीम ने डोमिनिका में खेले गए पहले टेस्ट में पारी और 141 रनों से जीत दर्ज की थी. यशस्वी जायसवाल ने अपने मैच में डेब्यू में दोहरा शतक जड़ा और वहीं सीनियर गेंदबाज अश्विन ने गेंद से कहर बरपाया था. बुमराह की गैरमौजूदगी के बावजूद टीम ने दबदबे वाली जीत हासिल की थी.
रांची टेस्ट
इंग्लैंड के भारत दौरे के दौरान जसप्रीत बुमराह ने शुरुआत के 4 टेस्ट में 19 विकेट लिए थे, लेकिन रांची में खेले गए टेस्ट में उन्हें आराम दिया गया था. इसके बावजूद भारतीय टीम ने इस मैच में जीत हासिल की थी. रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ने स्पिन का जाल बुनते हुए इंग्लिश टीम को फंसाया और भारत को अहम बढ़त दिलाई.
मुंबई टेस्ट
इस टेस्ट को एजाज पटेल के ऐतिहासिक 10 विकेटों के कारण याद किया जाता है, लेकिन भारत ने इस मुकाबले में जसप्रीत बुमराह के बिना भी न्यूजीलैंड को 372 रन से हराया था. मयंक अग्रवाल की शानदार बल्लेबाजी और स्पिनर्स की घातक गेंदबाजी ने मैच को भारत की झोली में डाल दिया था.
बर्मिंघम टेस्ट
58 साल से एजबेस्टन का मैदान भारत के लिए ‘अजेय किला’ बना हुआ था, लेकिन 2025 के दूसरे टेस्ट में शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास बदल दिया. भारत ने इंग्लैंड को 336 रन से हराया गया और इस शानदार जीत के दौरान जसप्रीत बुमराह वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते टीम में नहीं थे. भारत ने न सिर्फ इंग्लैंड को हराया बल्कि एजबेस्टन की मिट्टी पर पहली बार टेस्ट जीत का स्वाद भी चखा.