UAE Thug: दुबई से एक ऐसा ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने 15000 तौलिए चोरी कर लिए हैं. न केवल तो लिए बल्कि लैपटॉप, काजू, टायर भी उड़ा ले गए है. ये ठग पहले व्यापारियों को प्री पेमेंट कर के उनका विश्वास जीतते थे उसके बाद सामान लेकर गायब हो जाते.
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि दुबई सिलिकॉन ओएसिस के ऑफिस में काम करने वाले कुछ ठग, व्यापारियों से संपर्क करते थे और उनका विश्वास जीतने के लिए पहले कुछ छोटी-मोटी पेमेंट कर देते थे.
सामान लेकर फरार हुए, फोन भी किए बंद
ठगी का शिकार हुए कुछ व्यापारियों ने बताया कि इन ठगों ने आईफोन और परफ्यूम, जैसे कई थोक के ऑर्डर हासिल करने के लिए पोस्ट डेटेड चेक का इस्तेमाल किया था और लगभग दो हफ्ते पहले बिना कोई निशान छोड़े अचानक गायब हो गए. व्यापारियों की ओर से ठगों की कंपनी के ऑफिस और उनके गोदाम भी देखे गए, लेकिन सब कुछ खाली हो गया था. यहां तक की उन्होंने अपने नंबर भी बंद कर दिए थे और लगभग 12 मिलियन दिरहम से भी ज्यादा का सामान, जिसमें तौलिए भी शामिल थे, सब गायब हो गया.
कंपनी के मालिक के साथ स्टाफ भी गायब
बताया जा रहा है कि इस ठगी के पीछे फर्जी कंपनी डायनेमिक का मालिक शामिल है, जो की एक भारतीय है. ये शख्स इस समय यूनाइटेड अरब अमीरात से भाग चुका है. न केवल फर्जी कंपनी का मालिक बल्कि उसका पूरा स्टाफ भी गायब है.
कंपनी देखने गए थे लोग, हो गया था विश्वास
ठगी का शिकार हुए एक व्यापारी ने बताया कि उन्होंने ठगों पर भरोसा किया क्योंकि उन्होंने तीन लाख दिरहम का नगद भुगतान किया था, लेकिन अब 8 लाख दिरहम से भी ज्यादा के समान का नुकसान झेल रहे हैं. वहीं दुबई में रहने वाली एक पाकिस्तानी बिजनेसमैन ने नाम न बताने की शर्त पर यह बताया कि उनकी ओर से इन ठगों को दाल, बादाम, चावल, चीनी और काजू दिए गए थे. पाकिस्तानी बिजनेसमैन ने यह भी बताया कि वह इन ठगोंं के ऑफिस भी गए थे, लेकिन उन्हें सब कुछ ठीक लग रहा था.
ठगी का शिकार हुई 70 कंपनियां
एमएमसी ग्लोबल इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के मालिक वजीफा शाहिद ने बताया कि उन्होंने इन ठगों को 267000 दिरहम के 76 लेनोवो लैपटॉप और राउटर दिए थे. उन्होंने यह भी बताया कि पहले चेक बिना किसी बाधा के क्लियर हो गया था, जिसके बाद उन्हें यकीन हो गया था कि यह कंपनी वैध है. इस ठगी का शिकार हुए कई बिजनेसमैन ने अपने सामानों की लिस्ट बनाई है. इस लिस्ट में 70 कंपनियों के नाम शामिल है, जो इस रैकेट का शिकार हुई है.
पिछले साल ही शुरु किया था कारोबार
ठगी का शिकार हुए जोनास ब्रिटो नाम के एक व्यवसायी ने बताया कि हम सब लिस्ट में इतने ही नाम शामिल कर पाए हैं, लेकिन इसमें और भी नाम शामिल हो सकते हैं, लेकिन कुछ कंपनियों ने नुकसान की रिपोर्ट नहीं करने का फैसला किया है. उनका कहना है कि पिछले साल अप्रैल में ही उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया था.
15000 के तौलिए लेकर भी फरार हुए ठग
चीनी कंपनी के लिए काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने घोटालेबाजों को 52000 दिरहम की बिजली उपकरण सप्लाई किए थे, इसके बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. उन्होंने बताया कि कंपनी ने उन्हें यह कहकर निकला है कि उन्होंने ठीक से डील नहीं की थी. वही 15000 के तौलिए सप्लाई करने वाली एक लेबनानी बिजनेसमैन महिला को अब भी यह कि नहीं हो रहा है कि उनके साथ धोखाधड़ी हो गई है. महिला का कहना है कि कोई तौलिए जैसी चीज कैसे चुरा सकता है.
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