टोयोटा मोटर्स की होगी लिस्टिंग? विदेशी कंपनियों में भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग की होड़

टोयोटा मोटर्स की होगी लिस्टिंग? विदेशी कंपनियों में भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग की होड़


Toyota India Listing: कोविड काल (Covid19) के बाद से इमर्जिंग मार्केट्स (Emerging Markets) में भारतीय शेयर बाजार सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले बाजार के तौर पर उभरा है. विदेशी निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजारों में आई तेजी को जमकर भूनाया है तो रिटेल निवेशक (Retail Investors) अब भारतीय शेयर बाजार की दशा-दिशा तय कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय बाजार, निवेशकों के लिए सबसे हॉट डेस्टीनेशन के रूप में उभरा है. कई ऐसी मल्टीनेशनल कंपनियां जो अपने सब्सिडियरी कंपनी के जरिए सालों से भारत में मौजूद है वे भी स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी को लिस्ट कराने पर गहनता से विचार कर रही हैं. हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) लिस्ट हो चुकी है, एलजी (LG) लिस्टिंग पर विचार कर रही है. अब जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स (Toyota Kirloskar Motors) के भी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग की चर्चा तेज हो गई है. 

टोयोटा किर्लोस्कर की होगी लिस्टिंग? 

दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर इंडिया अक्टूबर 2024 में स्टॉक एक्सचेंज पर भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आई थी और कंपनी की एक्सचेंज पर लिस्टिंग हुई है. कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एलजी इंडिया भी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग पर विचार कर रही है. जापान की मारुति सुजुकी और हिताची एनर्जी पहले से स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है और इन कंपनियों ने अपने शेयरधारकों को शानदार रिटर्न बनाकर दिया है. लेकिन इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स अपने शानदार ग्रोथ, मजबूत फाइनेंशियल और भारत के ऑटो सेक्टर के तेज ग्रोथ को देखते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स भविष्य में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के प्रबल दावेदारों में शामिल है. 

टोयोटा किर्लोस्कर का शानदार वित्तीय प्रदर्शन 

पिछले कई सालों से टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स ने शानदार ग्रोथ दर्ज की है. वित्त वर्ष 2018-19 से लेकर वित्त वर्ष 2023-24 तक के दौरान कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को देखें तो कंपनी के सेल्स ग्रोथ में सालाना 23 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. वित्त वर्ष 2018-19 में रेवेन्यू 19633 करोड़ रुपये रहा था और शुद्ध मुनाफा 408 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2023-24 में रेवेन्यू बढ़कर 55,866 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 4787 करोड़ रुपये रहा है. मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में घरेलू डिस्पैच 30 फीसदी के दर से बढ़ा है जो महिंद्रा एंड महिंद्रा के 21 फीसदी से ज्यादा है. मारुति, हुंडई और टाटा मोटर्स टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स से इस मामले में काफी पीछे है. ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना 46 फीसदी के दर से बढ़ा है और रेवेन्यू के लिहाज से टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स चौथी सबसे बड़ी ऑटोमाबाइल कंपनी है. 2024 में कंपनी का भारत में मार्केट शेयर 6.2 फीसदी पर जा पहुंचा है जो 2020 में 2.8 फीसदी रहा था. 

20 बिलियन डॉलर तक मिल सकता है वैल्यूएशन

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स के ग्रोथ की रफ्तार को देखते हुए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनी 20 बिलियन डॉलर तक का वैल्यूएशन हासिल करने का दमखम रखती है जो कि पैरेंट कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन से 10 फीसदी ज्यादा है. टोयोटा मोटर्स टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स को भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराने पर विचार करती है तो पैरेंट कंपनी के लिए एक शानदार निवेश साबित हो सकता है. निवेशक को उम्मीद रहेगी कि जो गलती हुंडई मोटर इंडिया ने की वो गलती टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स नहीं करेगी. भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी के लिस्टिंग से ब्रांड वैल्यू को और मजबूती मिलेगी जैसा मारुति सुजुकी ने अपना स्थान बनाया है. 

ये भी पढ़ें 

America Debt Crisis: हर अमेरिकी नागरिक पर है 84 लाख का कर्ज, डोनाल्ड ट्रंप के सामने है सबसे बड़ी चुनौती!



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *