EU On Trump Zelensky Dispute: यूरोपीय संघ के आयुक्त एंड्रियस कुबिलियस ने डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच हालिया विवाद पर ट्रंप प्रशासन की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यूक्रेन जैसे संघर्षरत देश के राष्ट्रपति के साथ ऐसा बर्ताव अस्वीकार्य है.
न्यूज चैनल NDTV को दिए एक इंटरव्यू में शनिवार (01 मार्च, 2025 ) को यूरोपीय संघ के रक्षा और अंतरिक्ष आयुक्त कुबिलियस ने कहा, “यूक्रेन अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है और उसे इस तरह से अपमानित करना ठीक नहीं है. यूरोपीय संघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और अन्य यूरोपीय नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि यूक्रेन अकेला नहीं है.” उन्होंने यह भी बताया कि यूरोपीय संघ का सैन्य और वित्तीय समर्थन अमेरिका से 30% अधिक था.
‘यूक्रेन का समर्थन कम करना चीन के लिए फायदा’
कुबिलियस ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका और यूरोपीय संघ यूक्रेन का समर्थन कम करते हैं, तो इसका फायदा चीन उठा सकता है. “अगर पश्चिम यूक्रेन में असफल होता है और रूस जीत जाता है, तो चीन यह देखेगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कमजोर है. यह ताइवान या अन्य क्षेत्रों में आक्रामक नीतियों को बढ़ावा दे सकता है.”
भारत और यूरोपीय संघ के बीच रणनीतिक सहयोग
कुबिलियस ने भारत को 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण शक्ति बताया और कहा कि यूरोपीय संघ भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को जल्द से जल्द पूरा करना चाहता है. उन्होंने रक्षा मंत्री जितेंद्र सिंह और इसरो अधिकारियों से मुलाकात की और संयुक्त रक्षा और अंतरिक्ष परियोजनाओं पर चर्चा की. यूरोपीय संघ ने भारत के साथ एक रणनीतिक रक्षा संधि विकसित करने की पेशकश की, जैसी उसने जापान और दक्षिण कोरिया के साथ की थी.
अंतरिक्ष और रक्षा सहयोग
कुबिलियस ने कहा कि भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता यूरोप के लिए उपयोगी हो सकती है. उन्होंने भारत के 2040 तक चंद्रमा पर मानव भेजने के लक्ष्य की सराहना की और अंतरिक्ष में संयुक्त परियोजनाओं की संभावना जताई.
यूरोपीय संघ के आयुक्त कुबिलियस ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन का समर्थन करना न केवल यूरोप बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए आवश्यक है. उन्होंने भारत को भविष्य की महाशक्ति बताते हुए अंतरिक्ष और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया.