ट्रंप के टैरिफ से ग्लोबल मार्केट में हलचल, सोने की कीमत में आई गिरावट

ट्रंप के टैरिफ से ग्लोबल मार्केट में हलचल, सोने की कीमत में आई गिरावट


Gold Prices Today: डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव और हाजिर मार्केट में कमजोर मांग के बीच शुक्रवार, 4 अप्रैल को सुबह के कारोबारी सेशन के दौरान घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट आई.  मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 5 जून 2025 की एक्सपायरी वाले सोने की कीमत सुबह 9:40 बजे के आसपास 0.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89,524 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था. 

इंटरनेशनल लेवल पर गिरीं सोने की कीमतें 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दुनिया के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट आई है. 2 अप्रैल, 2025 को 180 से भी ज्यादा देशों पर जवाबी शुल्क लगाने के साथ ही ट्रंप ने अमेरिका में आयात किए जाने वाले सभी सामानों पर 10 प्रतिशत का बेसलाइन टैरिफ भी लगाया है, जो व्यापार के सामान्य नियमों के तहत दूसरे देशों से आयात किए जाने वाले वस्तुओं पर लगाया जाता है. वहीं, रेसिप्रोकल टैरिफ दूसरे देशों के टैरिफ पर जवाबी कार्रवाई है. 

एक हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंचा सोना

टैरिफ लगाने की ट्रंप की घोषणाओं के बाद अनिश्चितता भरे माहौल में इक्विटी और सुरक्षित निवेश वाले सोने में भारी बिकवाली को बढ़ावा दिया है. इससे सोने की कीमतें एक सप्ताह में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गईं, जबकि चांदी पांच सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गई. अमेरिकी शेयर बाजार, डॉलर इंडेक्स और 10 साल के बॉन्ड यील्ड में भी भारी गिरावट देखी गई. मेहता इक्विटीज के कमोडिटीज के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री ने इस पर द मिंट से बात करते हुए कहा, ”ट्रंप ने भले ही कई बेशकीमी मेटल्स को नए टैरिफ से बाहर रखा है, लेकिन दुनिया भर के फाइनेंशियल मार्केट में लोगों का सेंटिमेंट नेगेटिव बना हुआ है. इससे सोने पर दबाव बढ़ा है.”

कितना मिला सोने को समर्थन और प्रतिरोध?

कलंत्री ने आगे कहा, ”सोने को 3,072-3,040 डॉलर पर समर्थन और 3,112-3,135 डॉलर पर प्रतिरोध मिल रहा है. वहीं, भारतीय मुद्रा रुपये में सोने को 89,960-89,350 रुपये पर समर्थन और 90,710-90,990 रुपये पर प्रतिरोध मिल रहा है.”
बता दें कि समर्थन वह मूल्य स्तर है, जिस पर कीमत गिरना बंद हो जाती है क्योंकि खरीदारों की मांग बढ़ जाती है. वहीं, प्रतिरोध वह स्तर है, जिस पर कीमतें बढ़ना बंद हो जाती है और फिर दोबारा से नीचे की ओर मुड़ जाती है क्योंकि विक्रेताओं की संख्या अधिक हो जाती है. पृथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के मनोज कुमार जैन को उम्मीद है कि डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव और ग्लोबल ट्रेड वॉर को देखते हुए इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. 

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