Donald Trump Tariff: जब भारत में ज्यादातर लोग गहरी नींद में थे, तब अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बड़ा ऐलान कर रहे थे, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया. ट्रंप ने बुधवार को अपने नए टैरिफ की घोषणा की, जिससे वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई. इस बार उन्होंने अपने करीबी सहयोगियों को भी नहीं बख्शा.
वाइट हाउस के रोज गार्डन में दिए गए भाषण के दौरान ट्रंप ने एक चार्ट दिखाया, जिसमें विभिन्न देशों के नाम और उन पर लगाए जाने वाले अमेरिकी टैरिफ की जानकारी थी. चार्ट में यह भी बताया गया था कि ये देश अमेरिकी सामानों पर कितना टैरिफ लगाते हैं और अब अमेरिका उनके खिलाफ कितना ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ लगाएगा. अपने इस फैसले को ट्रंप ने “मुक्ति दिवस” (Liberation Day) का नाम दिया. ये टैरिफ 9 अप्रैल 2025 से लागू होंगे. इसके अलावा सभी आयातों पर पहले से घोषित 10% का बेसलाइन टैरिफ भी प्रभावी रहेगा.
भारत पर लगा 26% का टैरिफ
ट्रंप ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया. उनके मुताबिक, भारत अमेरिकी सामानों पर 52% टैरिफ लगाता है. ट्रंप ने कहा, “भारत बहुत सख्त है. पीएम मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा-आप मेरे दोस्त हैं, पर अमेरिका के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे. भारत हम पर 52% टैरिफ लगाता है, जबकि हमने सालों तक उनसे लगभग कोई टैक्स नहीं लिया.”
ट्रंप ने मोटरसाइकिल टैरिफ का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका दूसरे देशों से मोटरसाइकिल पर सिर्फ 2.4% आयात शुल्क लेता है, जबकि कई देश इस पर 60-70% तक टैक्स वसूलते हैं.
पाकिस्तान और बांग्लादेश को भारत से बड़ा झटका
ट्रंप के नए टैरिफ का असर भारत के पड़ोसी देशों पर भी पड़ा है. उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश पर भी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है और ये दर भारत से भी ज्यादा है. ट्रंप के पोस्टर के मुताबिक, पाकिस्तान अमेरिकी सामानों पर 58% टैरिफ लगाता है. इसके जवाब में अमेरिका ने 29% टैरिफ लगाने का फैसला किया है. वहीं, बांग्लादेश अमेरिकी सामानों पर 74% टैरिफ लगाता है. इस पर अमेरिका ने 37% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है.
जानें क्या पड़ेगा इसका असर
पाकिस्तान पर लगाया गया टैरिफ भारत से सिर्फ 3% ज्यादा है, लेकिन इसकी अर्थव्यवस्था के लिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है. पाकिस्तान का टेक्सटाइल उद्योग अमेरिका को बड़े पैमाने पर निर्यात करता है. पहले से ही घरेलू आर्थिक संकट और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह फैसला और मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
बांग्लादेश का रेडीमेड गारमेंट उद्योग, जो उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इस टैरिफ से बुरी तरह प्रभावित होगा. बांग्लादेश हर साल लगभग 6 बिलियन डॉलर का निर्यात अमेरिका को करता है, और अब नए टैरिफ के कारण उसे बड़ा झटका लग सकता है. दोनों देश पहले से आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. इस टैरिफ से उनके व्यापार घाटे में इजाफा होगा, रोजगार पर असर पड़ेगा और विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी आ सकती है.