US-Ukraine Relations: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच तनातनी और अधिक बढ़ गई है. ट्रंप ने जेलेंस्की को तानाशाह बताते हुए रूस के साथ चल रहे युद्ध के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया और यूक्रेन में नए चुनाव कराने पर जोर दिया. इसके जवाब में जेलेंस्की ने ट्रंप पर रूस की गलत सूचनाओं का शिकार होने का आरोप लगाया.
यह तनाव तब और बढ़ा जब सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के शीर्ष अधिकारियों के बीच यूक्रेन युद्ध पर बातचीत हुई, जिसमें कीव को शामिल नहीं किया गया था. इस पर जेलेंस्की ने नाराजगी जताई, जिसके बाद ट्रंप के साथ उनका विवाद और तेज हो गया. जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने पुतिन को वर्षों के अलगाव से बाहर लाकर मदद की है और रूस ने इस बातचीत में झूठ का सहारा लिया.
Zelensky pushes back on Trump with facts, not rhetoric.
Zelensky: The U.S. has provided Ukraine with $67 billion in military aid and $31 billion in budget support.
Trump’s $500 billion fossil fuel claim isn’t a serious conversation. 1/ pic.twitter.com/dgkLfcnW7C
— Tymofiy Mylovanov (@Mylovanov) February 19, 2025
ट्रंप झूठी दुनिया में जी रहे हैं – जेलेंस्की
जेलेंस्की ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति सम्मान के साथ कहना चाहूंगा कि वह गलत सूचना के माहौल में जी रहे हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि रूस उनकी लोकप्रियता के बारे में झूठी सूचनाएं फैला रहा है और ट्रंप उसी झूठ का शिकार हो गए हैं. इस वजह से वो झूठ की दुनिया में जी रहे हैं. जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि वे यूक्रेन के लोकप्रिय नेता हैं और उनके पास 58 फीसदी जनता का समर्थन है.
ट्रंप की यूक्रेन चुनाव की मांग
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन में चुनाव की मांग करते हुए कहा कि जेलेंस्की को हटाकर नए चुनाव कराए जाएं. इस पर जेलेंस्की ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनकी लोकप्रियता यूक्रेन में सबसे अधिक है और रूस की तरफ से फैलाई जा रही झूठी सूचनाओं के आधार पर ट्रंप ने यह मांग उठाई है. जेलेंस्की ने 2019 में चुनाव जीतकर पांच साल का कार्यकाल प्राप्त किया था, लेकिन युद्ध के कारण चुनाव स्थगित हैं.
ट्रंप का बयान: “यूक्रेन से हमें कुछ नहीं मिला”
इससे पहले, ट्रंप ने जेलेंस्की पर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका ने साढ़े तीन सौ अरब डॉलर से ज्यादा की मदद यूक्रेन को दी है, लेकिन इस युद्ध में अमेरिका को कुछ नहीं मिला. ट्रंप ने यह भी कहा कि यूरोप को अपनी रकम वापस मिल जाएगी, लेकिन अमेरिका के पास कोई लाभ नहीं होगा. उन्होंने इसे एक ऐसा युद्ध कहा जिसे जेलेंस्की जीत नहीं सकते.
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