कर्नाटक में एक अनोखे और खतरनाक साइबर फ्रॉड ने पुलिस और लोगों को चौंका दिया है. इस बार ठगों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नकली वीडियो बनाया और लोगों को एक फर्जी इन्वेस्टमेंट ऐप के जरिए करोड़ों का चूना लगा दिया. 200 से ज्यादा लोग इस स्कैम के शिकार हुए हैं और पुलिस के अनुसार अभी ये संख्या और बढ़ सकती है. अब तक करीब 2 करोड़ रुपये की ठगी की पुष्टि हो चुकी है.
कैसे हुआ ये घोटाला?
बिजनेस स्टैंडर्ड पर छपी खबर के अनुसार, हावेरी जिले के एसपी अंशु कुमार ने बताया कि इस फर्जीवाड़े में एक ऐप बनाया गया जिसका नाम था ‘Donald Trump Rental App’. सोशल मीडिया और यूट्यूब पर इस ऐप से जुड़ी शॉर्ट वीडियोस चलाई गईं, जिनमें ट्रंप की AI से बनी हुई नकली क्लिप दिखाई गई.
जैसे ही लोग लिंक पर क्लिक करते, उन्हें एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाता. फिर ऐप पर एक रजिस्ट्रेशन फीस ली जाती और धीरे-धीरे बड़ी रकम जमा करवा ली जाती. एक बार पैसे जमा हो जाने के बाद ऐप और ठग दोनों गायब हो जाते.
वकील के साथ हुआ 6 लाख का स्कैम
एक 38 वर्षीय वकील ने The Indian Express को बताया कि उन्होंने जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच लगभग 5,93,240 इस स्कीम में निवेश कर दिए. उन्होंने कहा, “मैंने यूट्यूब पर एक शॉर्ट देखा जिसमें ट्रंप होटल में निवेश करने का दावा किया गया था. लिंक पर क्लिक करने पर मुझे ऐप डाउनलोड करने को कहा गया. पहले 1,500 जमा कराए, फिर हर दिन 30 रुपये अकाउंट में आने लगे. इससे विश्वास बढ़ा और मैंने धीरे-धीरे 1 लाख तक निवेश कर डाले.” वकील ने बताया कि बाद में उन्हें टैक्स के नाम पर और पैसे मांगें गए और जब उन्होंने वह भी दे दिए तो कोई रिटर्न नहीं मिला और ऐप गायब हो गया.
बेंगलुरु, तुमकुरु और मंगलुरु में भी लोग ठगे गए
हावेरी के अलावा कर्नाटक के अन्य जिलों जैसे बेंगलुरु, तुमकुरु और मंगलुरु में भी कई लोग इस स्कैम का शिकार हुए हैं. पुलिस को अब तक 15 से ज्यादा शिकायतें सिर्फ हावेरी में मिली हैं और वे बाकी पीड़ितों से भी आगे आने और शिकायत दर्ज कराने की अपील कर रहे हैं.
AI और सोशल मीडिया बना ठगों का नया हथियार
इस मामले में खास बात यह है कि AI टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग करके ठगों ने डोनाल्ड ट्रंप जैसा दिखने और बोलने वाला वीडियो तैयार किया. इस तरह की टेक्नोलॉजी को देखकर आम लोग धोखा खा गए, खासकर जब उन्हें हर दिन पैसे आते भी दिखे. वकील ने दावा किया कि उन्होंने कई ऐसे लोगों को देखा है जो इस स्कैम के शिकार हुए हैं. उन्होंने कहा, “सरकारी कर्मचारी, पुलिस अधिकारी और व्यापारी भी इस जाल में फंसे हैं.”
यह सिर्फ शुरुआत हो सकती है
इस केस ने साबित कर दिया है कि AI और फर्जी वीडियोज का मेल अब ठगों के लिए नया औजार बन चुका है. अगर आपने भी सोशल मीडिया पर “डोनाल्ड ट्रंप इन्वेस्टमेंट” या “हाई रिटर्न स्कीम” जैसे किसी वीडियो को देखा है तो तुरंत सतर्क हो जाएं. पुलिस की अपील है कि अगर आप भी किसी फर्जी ऐप या स्कीम का शिकार हुए हैं, तो बिना देर किए नजदीकी थाने में रिपोर्ट करें.
ये भी पढ़ें: ‘इंडियन कस्टमर से दूर रहो’, टेक इंडस्ट्री के दिग्गज ऐसा क्यों कह रहे हैं, क्या है ये Skip India Movement?