US President Donald Trump: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (7 जून, 2025) को लॉस एंजिल्स में 2,000 नेशनल गार्ड्स की तैनाती कर दी. ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में प्रदर्शनकारियों और फेडरल इमिग्रेशन अधिकारियों के दूसरे दिन भी जारी झड़प के बीच 2,000 नेशनल गार्ड्स की तैनाती का आदेश दिया.
व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा था कि लॉस एंजिल्स में मचे घमासान और झड़प को रोकने के लिए करीब 2000 नेशनल गार्ड के सैनिकों की 60 दिनों के लिए तैनाती की जाएगी. वहीं, अमेरिकी रक्षा सचिव (मंत्री) पीट हेगसेथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर चेतावनी दी, “अगर इसी तरह से हिंसा जारी रहती है तो इसके बाद मरीन सैनिकों को भी तैनात किया जाएगा.”
राष्ट्रपति ट्रंप के कदम पर कैलिफॉर्निया के गवर्नर ने की टिप्पणी
वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से उठाए गए कदमों की कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने आलोचना की है. उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के निर्णय को जानबूझकर भड़काने वाला करार दिया है.
कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने एक्स पर एक पोस्ट में शेयर किया. इस पोस्ट में गैविन ने लिखा, “देश की फेडरल सरकार ने कैलिफोर्निया की नेशनल गार्ड्स को अपने अधिकार में ले लिया है और उनमें से करीब 2000 सैनिकों की तैनानी लॉस एंजिल्स में कर रहे हैं. हालांकि, यह कदम कैलिफोर्निया में कानून व्यवस्था में कमी को लेकर नहीं उठाया गया है, बल्कि यह परेशानी खड़ी करने के लिए की जा रही है.”
लॉस एंजिल्स में आखिर चल क्या रहा है?
दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया में उस वक्त विवाद काफी बढ़ गया कि यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (USICE) के अधिकारियों ने इमिग्रेशन से संबंधित कई हाई-प्रोफाइल लोगों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. फेडरल अधिकारियों की कार्रवाई के बाद लोगों ने शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. इसके बाद प्रदर्शनकारियों के साथ प्रशासन के बीच झड़पें होने लगी और शहरों में चारों तरह गिरफ्तारियां शुरू हो गई.
हथियारों के साथ कार्रवाई करने से गुस्साए प्रदर्शनकारी
वहीं, शुक्रवार (6 जून, 2025) को कुछ हथियारबंद और मास्क लगाए ICE के एजेंटों ने लॉस एंजिल्स में कई भागों में छापेमारी की कार्रवाई की. ICE की ओर से इस तरह की कार्रवाई के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भारी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इससे गुस्साई भीड़ और अधिकारियों के बीच कई घंटों तक तनावपूर्ण स्थिति बनी रही.