ईरान और इजरायल के बाद अब एक और युद्ध की शुरुआत हो गई है. थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जंग शुरू हो गई है. खोसोद की एक रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड ने गुरुवार को F-16 फाइटर जेट से कंबोडिया पर अटैक कर दिया. दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध में अभी तक 13 लोग मारे जा चुके हैं. थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहा एक मंदिर के करीब हुई फायरिंग के बाद शुरू हुआ.
कंबोडिया ने थाईलैंड के बॉर्डर वाले इलाके में रॉकेट से हमला किया है. उसने सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया है. थाईलैंड के सुरीन और सीसाकेट राज्य युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इन दोनों के बीच मंदिर को लेकर युद्ध शुरू हुआ है. गुरुवार सुबह थाईलैंड की सीमा पर एक ड्रोन दिखाई दिया, इसी के बाद तनाव बढ़ गया. थाईलैंड की सेना को सुरीन के एक मंदिर ‘ता मुएन थॉम’ के ऊपर ड्रोन मंडराता हुआ दिखाई दिया. इसके बाद कुछ कंबोडियाई सैनिकों को थाईलैंड के मिलिट्री बेस के पास भी देखा गया.
कैसे शुरू हो गई जंग
कंबोडियाई सैनिकों के थाईलैंड के मिलिट्री बेस के करीब पहुंचने के बाद दोनों ही सेनाओं के जवानों के बीच बहस शुरू हो गई. इसके बाद रात करीब 8.30 बजे कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड के मिलिट्री ठिकानों पर हमला कर दिया. थाईलैंड ने आरोप लगाया कि कंबोडिया की सेना ने ता मुएन थॉम मंदिर पर हमला कर दिया.
मंदिर को लेकर क्या है विवाद
दरअसल 11वीं सदी में खमेर के राजा सूर्यवर्मन ने भगवान शिव का एक मंदिर बनवाया था. यही मंदिर थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध का कारण बना हुआ है. यह कंबोडिया के प्रीह विहार प्रांत और थाईलैंड के सिसाकेत प्रांत की सीमा पर स्थित है. ये दोनों ही देश इसको लेकर अपना दावा करते हैं.
13 लोगों की जान और कई गंभीर रूप से घायल
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच चल रहे युद्ध की वजह से अभी तक 13 लोगों की जान चली गई है. जबकि 32 लोग घायल हुए हैं. कुल 45 नागरिकों के हताहत होने की खबर है. युद्ध में एक जवान की मौत हुई है. जबकि 14 जवान घायल हुए हैं.