स्पाइसजेट के दिल्ली से मुंबई जा रहे विमान SG 9282 में सोमवार (14 जुलाई, 2025) को उस समय हंगामा मच गया जब दो यात्रियों ने टैक्सींग के दौरान अनुशासनहीनता करते हुए जबरन कॉकपिट की ओर बढ़ने की कोशिश की. स्पाइसजेट की ओर से बयान भी जारी किया गया है.
स्पाइसजेट की ओर से जारी बयान के अनुसार, “केबिन क्रू, अन्य यात्रियों और कैप्टन द्वारा बार-बार रोके जाने के बावजूद दोनों यात्री अपनी सीटों पर लौटने को तैयार नहीं थे.” यात्रियों और क्रू की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, फ्लाइट कैप्टन ने विमान को रनवे की ओर ले जाने के बजाय वापस बे पर लाने का निर्णय लिया. इसके बाद दोनों यात्रियों को विमान से उतारकर CISF के हवाले कर दिया गया.
13 जुलाई को भी रनवे पर लौटा था विमान
इससे पहले 13 जुलाई को स्पाइसजेट की पुणे-दिल्ली फ्लाइट SG-914 को तकनीकी खराबी के चलते रनवे से लौटना पड़ा था. फ्लाइट दोपहर 12 बजे रवाना होनी थी, लेकिन करीब 9 घंटे की देरी के बाद रात 9:05 बजे उड़ान भरी.
कुछ यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें विमान के अंदर दो घंटे तक बैठा कर रखा गया. हालांकि स्पाइसजेट ने इन दावों को खारिज कर दिया. स्पाइसजेट ने कहा कि पैसेंजर्स को करीब एक घंटे बाद प्लेन से उतारा गया. टेक्निकल इश्यू के कारण फ्लाइट को रनवे से वापस बे पार्किंग लाना पड़ा. यात्रियों को 2 घंटे तक विमान में रोके रखने का दावा गलत है.
यात्रियों की बढ़ी चिंता
स्पाइसजेट की लगातार घटनाओं ने यात्रियों की चिंता बढ़ा दी है. कई यात्रियों ने DGCA से अपील की है कि वह फ्लीट मेंटेनेंस और यात्री सुविधा की निगरानी कड़ी करे. अहमदाबाद विमान हादसे के बाद लोग काफी डरे हुए हैं और उड़ानों में आ रही परेशानी की वजह से काफी चिंतित हैं.
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