भारत के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में से एक, भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), इस साल द वर्ल्ड रेपुटेशन रैंकिंग (THE World Reputation Rankings 2025) में 201-300 रेंज में स्थान प्राप्त किया है. इसके साथ ही आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मद्रास भी इसी रैंकिंग में 201-300 के बीच शामिल हैं. इन संस्थानों का कुल स्कोर 26.9 से 34.2 के बीच है.
इसके अलावा, शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान डीम्ड यूनिवर्सिटी भी प्रतिष्ठा के मामले में भारत में चौथे स्थान पर है. यह सूची उच्च शिक्षा और संस्थानों की वर्ल्ड रेपुटेशन को मापने के लिए तैयार की जाती है, जो पूरी दुनिया में विश्वविद्यालयों के प्रभाव और प्रतिष्ठा को दर्शाती है. लेकिन, गौर करने वाली बात ये है कि पिछले साल जितनी भी भारतीय यूनिवर्सिटी का इसमें नाम शामिल हुआ था, वो रैंकिंग में पिछले बार से काफी नीचे आ गई हैं. इसके साथ ही आईआईटी बॉम्बे का नाम इस बार लिस्ट से बाहर हो गया है.
वैश्विक रैंकिंग में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने रखा दबदबा
वैश्विक स्तर पर, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने लगातार 14वीं बार THE World Reputation Ranking में टॉप रैंक प्राप्त किया है. इसके बाद Massachusetts Institute of Technology (MIT) और University of Oxford दूसरे स्थान पर हैं. वहीं, Stanford University और University of Cambridge चौथे स्थान पर हैं. इन संस्थानों की लगातार सफलता इस बात को साबित करती है कि उनका अकादमिक प्रभाव और रिसर्च क्षमता दुनिया भर में बेहतरीन मानी जाती है.
ऑक्सफोर्ड की प्रतिष्ठा में जबरदस्त उछाल
University of Oxford ने इस बार अपनी प्रतिष्ठा में एक महत्वपूर्ण उछाल देखा है. यह यूनिवर्सिटी पिछले एक दशक में पहली बार यूके के संस्थानों में सबसे उच्च प्रतिष्ठा प्राप्त करने वाली बनी है. इस बदलाव का संकेत यह है कि इसके एजुकेशनल एक्सीलेंस के क्षेत्र में मान्यता अब उसके प्रदर्शन के अनुरूप बढ़ रही है.
वर्ल्ड टॉप 10 में अन्य मेजर यूनिवर्सिटी
वैश्विक रैंकिंग में टॉप 10 में शामिल अन्य प्रमुख संस्थान हैं – प्रिंसटन यूनिवर्सिटी (सातवां स्थान), येल यूनिवर्सिटी (नौवां स्थान), चीन की त्सिंगहुआ यूनिवर्सिटी (आठवां स्थान) और जापान की द यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो (दसवां स्थान). खास बात यह है कि यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो ने 28वीं रैंक से बढ़कर 10वीं रैंक तक छलांग लगाई है, जो उसकी शैक्षिक क्षमता में बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है.
नई रैंकिंग प्रणाली और प्रदर्शन संकेतक
THE World Reputation Rankings 2025 का एडिशन पहली बार छह परफॉरमेंस इंडीकेटर्स पर आधारित है, जो प्रतिष्ठा की बेहतर और मजबूत मूल्यांकन प्रणाली को प्रस्तुत करता है. इस बदलाव के कारण अब यह रैंकिंग अधिक विश्वसनीय और सटीक मानी जा रही है, जो अकादमिक समुदाय में प्रतिष्ठा को बढ़ते हुए महत्व को दर्शाती है.
नए देश भी शामिल हुए रैंकिंग में
इस वर्ष रैंकिंग में चार नए देश शामिल हुए हैं – चिली, मलेशिया, पोलैंड और पुर्तगाल, जो वैश्विक शिक्षा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और शक्ति को दर्शा रहे हैं. इन देशों के विश्वविद्यालय अब विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं और शिक्षा की गुणवत्ता में योगदान दे रहे हैं.
नए विश्वविद्यालयों का प्रवेश टॉप 50 में
LMU म्यूनिख (Ludwig Maximilian University of Munich), KU लेउवेन (Katholieke Universiteit Leuven), सोर्बोन विश्वविद्यालय (Sorbonne University), मेलबर्न यूनिवर्सिटी (University of Melbourne), हांगकांग यूनिवर्सिटी (University of Hong Kong) और मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी (University of Manchester) जैसे विश्वविद्यालय भी इस साल टॉप 50 विश्वविद्यालयों में शामिल हुए हैं. इन विश्वविद्यालयों ने अपनी अकादमिक उत्कृष्टता और वैश्विक प्रतिष्ठा के साथ अपनी पहचान बनाई है.
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