Mohammed Shami Roza Row: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल के दौरान भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी के रमजान में रोजा न रखने को लेकर अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने उनकी आलोचना की थी. मौलाना ने शमी को “शरीयत की नजर में अपराधी” बताते हुए कहा कि उन्होंने रोजा न रखकर गलत किया है और खुदा को जवाब देना होगा.
इस बयान के बाद राजनीतिक और धार्मिक स्तर पर विवाद छिड़ गया है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा और कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाया.
अमित मालवीय का बयान
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा,”मोहम्मद शमी को मुस्लिम मौलवी की ओर से निशाना बनाए जाने के बाद अब हम नए मुस्लिम लीग नेता राहुल गांधी के समर्थन में पोस्ट का इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस, जिसने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को सेमीफाइनल से पहले निशाना बनाया था, अब शमी के मामले में चुप है, लेकिन हम अपने राष्ट्रीय आइकन शमी के साथ खड़े हैं. कांग्रेस भारतीयों से नफरत करती है, उन्हें कभी माफ न करें.”
शमी की बहन मुमताज का जवाब
शमी की चचेरी बहन मुमताज ने अपने भाई के समर्थन में कहा, “मोहम्मद शमी देश के लिए खेल रहे हैं. कई पाकिस्तानी खिलाड़ी भी रोजा नहीं रखते हैं और मैच खेलते हैं, तो यह कोई नई बात नहीं है. यह शर्मनाक है कि उनके बारे में ऐसी बातें कही जा रही हैं.”
धार्मिक विद्वानों की प्रतिक्रिया
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि यह बयान सस्ती लोकप्रियता के लिए दिया गया है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि खेलने वाले खिलाड़ियों को रोजा न रखने की छूट है. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा,”रोजा और रमजान को विवाद में शामिल करना गलत है. यह हर व्यक्ति का व्यक्तिगत निर्णय होता है.”
बता दें कि मोहम्मद शमी के रोजा न रखने के मुद्दे पर धार्मिक और राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है. वहीं, धार्मिक विद्वानों और शमी के परिवार ने मौलाना की आलोचना करते हुए इसे अनावश्यक विवाद बताया है.