Northeast India Weather Report: पिछले चार दिनों से सिक्किम समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत में मूसलधार बारिश हो रही है. लगातार बारिश की वजह से बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 लोगों की मौत हुई है.
असम में बाढ़ की स्थिति आज बुधवार (04 जून, 2025) को भी बहुत गंभीर बनी हुई है और लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ गया और नए इलाके जलमग्न हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. ब्रह्मपुत्र सहित सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
धुबरी, दक्षिण सलमारा-मनकाचर, ग्वालपारा और कोकराझार में गरज के साथ बारिश होने और बिजली चमकने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की मंगलवार रात की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हैलाकांडी, श्रीभूमि, मोरीगांव, कछार, सोनितपुर और तिनसुकिया जिलों में छह और लोगों की जान चली गई और 21 जिलों में लगभग 6.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इस साल बाढ़ और लैंडस्लाइड में मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 17 हो गई है.
एएसडीएमए के एक अधिकारी ने बताया, ‘सुबह से ही निचले असम के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. बारपेटा, बोंगाईगांव, नलबाड़ी, ग्वालपारा और बक्सा के कई स्थान प्रभावित हुए हैं.’ कुल मिलाकर 21 जिलों के 69 राजस्व क्षेत्रों और 1,506 गांवों के 6,33,114 लोग बाढ़ से प्रभावित रहे. राज्य में बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 223 राहत शिविर संचालित हैं, जो 39,746 विस्थापित लोगों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं, जबकि 288 राहत वितरण केन्द्र भी चालू हैं.
नगालैंड में भारी बारिश से सड़कें क्षतिग्रस्त
नगालैंड में भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और कुछ जिलों से फसलें नष्ट होने की खबर है. अधिकारियों ने मंगलवार (03 जून, 2025) को यह जानकारी दी. कोहिमा जिले में किसामा हेरिटेज गांव के पास लैंडस्लाइड की बड़ी घटना घटी, जबकि किग्वेमा-मिमा-चखाबामा सड़क पर भी लैंडस्लाइड की बड़ी घटना हुई.
उपमुख्यमंत्री टीआर जेलियांग ने किसामा हेरिटेज गांव के पास फेसमा गांव में सड़क धंसने के मद्देनजर घटना स्थल का दौरा किया, जहां राष्ट्रीय राजमार्ग-2 का 50 मीटर हिस्सा ढह गया. राजमार्ग के इस हिस्से के ढहने से नगालैंड और मणिपुर के बीच संपर्क कट गया है. जेलियांग ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया और संपर्क बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए.
उन्होंने एनएचआईडीसीएल को फंसे हुए मालवाहक ट्रकों व यात्रियों के लिए वैकल्पिक सड़क बनाने का निर्देश दिया और मणिपुर की जीवनरेखा के रूप में राजमार्ग के महत्व को देखते हुए स्थिति की गंभीरता पर जोर दिया.
मिजोरम में पिछले दस दिनों में बारिश ने मचाई तबाही
मिजोरम में पिछले दस दिनों में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड, मकान ढहने और अन्य घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई. राज्य के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, लैंडस्लाइड और अचानक आई बाढ़ के कारण मकान और दीवारें ढहने से चंफाई जिले में तीन और आइजोल और सेरछिप जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई.
राज्य के कई स्थानों पर लैंडस्लाइड की 552 घटनाएं हुईं, जबकि इसी अवधि के दौरान बारिश के कारण 152 मकान ढह गए या क्षतिग्रस्त हो गए.
इसमें कहा गया है कि लैंडस्लाइड या दरारों के कारण 198 परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और 92 अन्य ने बाढ़ के कारण अपने घर खाली कर दिए हैं.
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