‘न्यूक्लियर स्टोरेज के एंट्री-एग्जिट पर इंडिया ने किया हार्ड अटैक, परमाणु बमों का गेम ओवर’, वॉर

‘न्यूक्लियर स्टोरेज के एंट्री-एग्जिट पर इंडिया ने किया हार्ड अटैक, परमाणु बमों का गेम ओवर’, वॉर


Operation Sindoor: परमाणु हमलों की धमकी दे रहा पाकिस्तान भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद अचानक सीजफायर के लिए क्यों गिड़गिड़ाने लगा. इसको लेकर ऑस्ट्रियन वॉर हिस्टोरियन टॉम कूपर ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि भारत ने न केवल पाकिस्तान के एयरबेस उड़ाए बल्कि जहां उसके परमाणु हथियार रखे हुए हैं, उसके एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर भी हमला किया ताकि पाकिस्तान परमाणु हथियारों तक पहुंच ही न पाए.

कैसे घुटनों पर आया पाकिस्तान?

टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू में टॉम कूपर ने कहा कि भारत के हमले के बाद हालात ऐसे हो गए थे कि पाकिस्तान अंडरग्राउंड न्यूक्लियर स्टोरेज तक पहुंच ही नहीं सकता था. उन्होंने कहा, “इसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और उसने भारत को कॉल करके वॉर रोकने का अनुरोध किया. यही कारण था कि पाकिस्तान ने युद्ध विराम की दिशा में कदम उठाया. भारत ने ये कहकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है कि आतंक से जुड़ी किसी घटना को युद्ध माना जाएगा.”

न्यूक्लियर स्टोरेज की रक्षा नहीं कर पाया पाकिस्तान

टॉम कूपर ने कहा, “भारतीय वायुसेना ने आसानी से पाकिस्तान में इन ठिकानों पर हमला किया, जबकि पाकिस्तान भारत पर ऐसा नहीं सकता था. इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह हो गया.” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अपने न्यूक्लियर स्टोरेज की रक्षा करने में सक्षम नहीं रहा, जिसका एडवांटेज भारत को जाता है. अगर वे (पाकिस्तान) परमाणु हथियार तक पहुंच ही नहीं सकते तो वो उसे बाहर निकाल कर इस्तेमाल कैसे करेंगे.”

जैकोबाबाद एयरबेस को भारत ने निशाना बनाया

ऑस्ट्रियन वॉर हिस्टोरियन टॉम कूपर ने कहा, “भारत ने चुन-चुन कर उन जगहों पर हमला किया, जहां पाकिस्तान को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा. इंडियन एयरफोर्स ने जैकोबाबाद एयरबेस के हैंगर पर हमला किया, जिसमें पाकिस्तान वायुसेना के 5 अधिकारी की मौत हुई और 40 से अधिक लोग घायल हुए. यहां पाकिस्तान का Saab-2000 विमान क्षतिग्रस्त हो गया.”

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