पहलगाम आतंकी हमले के लिए TRF को मिली थी टेरर फंडिंग, NIA की जांच में हुआ खुलासा

पहलगाम आतंकी हमले के लिए TRF को मिली थी टेरर फंडिंग, NIA की जांच में हुआ खुलासा


जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम कस्बे में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद अब जांच एजेंसियों ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) पर बड़ा खुलासा किया है. जांच एजेंसियों ने पता लगाया है कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के प्रॉक्सी आतंकी संगठन TRF को विदेश से टेरर फंडिंग मिल रही थी. वहीं, जांच में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि इस टेरर फंडिंग के तार पाकिस्तान, खाड़ी के कई देशों और मलेशिया से जुड़े हुए हैं.

जांच एजेंसियों की जांच में यह बात सामने आई है कि मलेशिया का रहने वाला यासिर हयात द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) तक पैसा पहुंचा रहा था. उसके जरिए ही संगठन को करीब 9 लाख रुपये भेजे गए थे.

NIA की जांच में मिले सबूत से हुआ खुलासा

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच में 463 फोन कॉल्स की जानकारी मिली है. यह सभी कॉल्स उन लोगों से जुड़ी है, जो भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकी संगठनों का समर्थन करते है. इसके अलावा, मोबाइल डेटा, सोशल मीडिया चैट्स, बैंक लेन-देन और कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला है कि इस फंडिंग का लिंक लश्कर के मोस्ट वांटेड आतंकी साजिद मीर से भी जुड़े हैं.

NIA की छापेमारी में हाथ लगे कई सबूत

पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर और हंदवाड़ा में छापेमारी की थी. उस दौरान भी टेरर फंडिंग से जुड़े कई अहम कागजात और बैंक खातों की जानकारी हाथ लगी थी. ये केस पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के पास था, जिसे मई 2025 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपने हाथ में लिया.

पहलगाम हमले में शामिल था TRF का फॉल्कन स्क्वॉड

द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) की स्पेशल हिट स्क्वॉड, जिसे फॉल्कन स्क्वॉड कहा जाता है, हिट एंड रन अटैक में माहिर है. यही ग्रुप पहलगाम आतंकी हमले के पीछे भी था. हमले के बाद आतंकी पहाड़ों में छिप जाते है. ताकि सुरक्षा बलों को पकड़ना मुश्किल हो जाए.

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