Amarnath Yatra 2025: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने गुरुवार (26 जून) को कहा कि इस साल अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 10.19 प्रतिशत की गिरावट आई है. उपराज्यपाल ने कहा कि इस साल कम लोगों ने अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.
उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने 22 अप्रैल के पहले यात्रा पर जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, उनसे सभी लोगों से यात्रा पर जाने के लिए एक बार फिर से कन्फर्मेशन मांगी गई. जिसके बाद से अब तक 85 हजार से ज्यादा लोगों ने इस बात की पुष्टि की है कि वह अभी भी अमरनाथ की तीर्थयात्रा पर जाने का इरादा रखते हैं.
22 अप्रैल के हमले के पहले रजिस्ट्रेशन बिल्कुल अच्छे से जारी था- उपराज्यपाल
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजभवन में पत्रकारों से कहा, “22 अप्रैल के हमले के पहले तीर्थयात्रा के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन बिल्कुल अच्छे तरह से चल रहा था. लेकिन हमले के बाद से इसमें गिरावट दर्ज की गई. पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 10.19 प्रतिशत कम रजिस्ट्रेशन हुए हैं.”
उपराज्यपाल ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के पहले करीब 2.36 लाख तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ यात्रा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इस हमले में कुल 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश टूरिस्ट थे.
उन्होंने कहा, “इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा बलों ने जिस तरह कदम उठाए, उससे तीर्थयात्रियों में एक विश्वास को बढ़ाया और इसका नतीजा ये हुआ कि रजिस्ट्रेशन में फिर से बढ़ोत्तरी हुई है.” वहीं, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या इस साल की अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का असर पड़ा है, इस पर उपराज्यपाल ने कहा कि इसका असर पूरे जम्मू कश्मीर के इलाके में हुआ. इसमें विशेष कर इसका असर कश्मीर घाटी में पड़ा है.”
तीर्थयात्रियों के लिए किए गए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम- उपराज्यपाल
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “इस साल अमरनाथ की तीर्थयात्रा तीन जुलाई, 2025 से शुरू होकर नौ अगस्त को समाप्त होगी. इस बीच यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
उन्होंने कहा, “बेस कैंपों में तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है और सुरक्षा बल पूरे इलाके में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए लगातार एक्सरसाइज और मॉक ड्रिल्स कर रहे हैं, जिससे कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके. इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल और CAPF के जवानों को तैनात किया गया है और यात्रा के दौरान सभी तरह की सर्विस देने वाले लोगों का वेरिफिकेशन पूरा कर लिया गया है.”