पहले इनकार अब इकरार! ट्रंप के दिल में पाकिस्तान के लिए प्यार, जनरल आसिम मुनीर संग करेंगे लंच

पहले इनकार अब इकरार! ट्रंप के दिल में पाकिस्तान के लिए प्यार, जनरल आसिम मुनीर संग करेंगे लंच



<p style="text-align: justify;"><strong>US-Pakistan Relations:</strong> अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के साथ व्हाइट हाउस में लंच पर मुलाकात करेंगे. यह मुलाकात ऐसे समय पर होने वाली है, जब पश्चिम एशिया में ईरान-इजरायल तनाव चरम पर है. पाकिस्तान ने हाल ही में ईरान के पक्ष में स्पष्ट सार्वजनिक समर्थन दिया है. इस बीच ट्रंप के बयानों से स्पष्ट है कि वे ईरान के खिलाफ आक्रामक रणनीति के पक्षधर हैं. इसलिए यह मुलाकात राजनयिक विडंबना और नैरेटिव कंट्रोल दोनों का संकेत देती है.</p>
<p style="text-align: justify;">जनरल मुनीर की अमेरिका यात्रा के दौरान वाशिंगटन डीसी, विशेषकर Four Seasons Hotel के बाहर, PTI USA और नागरिक संगठनों की तरफ से भारी विरोध प्रदर्शन हुआ. इस दौरान जनरल मुनीर के खिलाफ बयानबाजी की गई. उन्होंने पाकिस्तानियों का कातिल और तानाशाह मुर्दाबाद जैसे नारे लगाए. इस दौरान नाजिया इम्तियाज हुसैन जैसी कार्यकर्ताओं ने इसे फासीवाद के खिलाफ लड़ाई करार दिया. पीटीआई समर्थकों ने वीडियो शेयर करते हुए इसे जनरल मुनीर के अपराधों की याद दिलाने की कार्रवाई बताया.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पाकिस्तानी जनरल के खिलाफ प्रदर्शन</strong><br />पाकिस्तानी जनरल के खिलाफ किया गया प्रदर्शन ये दर्शाता है कि अमेरिका में बसे पाकिस्तानी समुदाय में सैन्य नेतृत्व के खिलाफ गहरी नाराज़गी है. इससे अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की लोकतांत्रिक साख पर भी सवाल उठ सकते हैं. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेताया है. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट्स में लिखा कि बिना शर्त आत्मसमर्पण करो. हमें पता है कि सर्वोच्च नेता कहां छिपा है. हमारा धैर्य खत्म हो रहा है. बता दें कि 020 में जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ट्रंप लगातार ईरान के खिलाफ असहिष्णु रुख अपनाते रहे हैं. इजरायल के साथ उनकी नजदीकी नीतियों के चलते ट्रंप का रुख तेहरान विरोधी और यरुशलम समर्थक रहा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पाकिस्तानी जनरल का ईरान के समर्थन में बयान</strong><br />जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिका में दिए गए एक भाषण में कहा कि पाकिस्तान ईरान के साथ खड़ा है और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद करता है. हालांकि, एक ओर अमेरिका ईरान पर सैन्य दबाव बना रहा है वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान का सेना प्रमुख उसी वक़्त अमेरिका में रहकर ईरान का समर्थन कर रहा है.</p>



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