‘पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लिया सख्त एक्शन’, ऑपरेशन सिंदूर के बाद PAK के सपोर्ट में खुलकर आ

‘पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लिया सख्त एक्शन’, ऑपरेशन सिंदूर के बाद PAK के सपोर्ट में खुलकर आ


US on Pak Terrorism: अमेरिकी सेना के केंद्रीय कमांड (यूएससेंटकाम) प्रमुख माइकल कुरिला ने पाकिस्तान को आतंकवाद के विरोध में एक बड़ा साझेदार बताया है. उन्होंने आईएसआईएस-खुरासान (ISIS-K) के खिलाफ ऑपरेशन में पाकिस्तान की तारीफ की. उन्होंने कहा कि वाशिंगटन को भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ संबंध बनाए रखने होंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई बाइनरी स्विच नहीं हो सकता, जिसमें वाशिंगटन के अगर नई दिल्ली के साथ संबंध हैं तो वह इस्लामाबाद से रिश्ता नहीं रख सकता.

पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लिया सख्त एक्शन

उन्होंने कहा, “आईएसआईएस खुरासान (ISIS-K) शायद वैश्विक स्तर पर अमेरिका सहित अन्य देशों के खिलाफ साजिश रचने वाले सबसे सक्रिय संगठनों में से एक है. तालिबान ISIS-K के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. दोनों एक-दूसरे से नफरत करते हैं और उसने इनमें से कइयों को अफगान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित कबायली इलाकों की तरफ धकेल दिया है.”

कुरिल्ला ने कहा, “पाकिस्तान के साथ अभूतपूर्व साझेदारी के जरिये उन्होंने ISIS-K के खिलाफ कार्रवाई की है और उसके दर्जनों सदस्यों को मार गिराया है. खुफिया जानकारी साझा करने के लिए हमारे साथ अपने संबंधों के माध्यम से उन्होंने ISIS-K के कम से कम पांच शीर्ष कमांडर को पकड़ने में सफलता हासिल की है.”

असीम मुनीर ने शरीफुल्लाह को पकड़ा- यूएस सैन्य अधिकारी

उन्होंने कहा, “हमने ISIS-K आतंकवादी मोहम्मद शरीफुल्लाह, जिसे जफर के नाम से भी जाना जाता है, उसको 26 अगस्त 2021 को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एबी गेट के पास हुए बम विस्फोट में उसकी भूमिका के लिए आरोपों का सामना करने के वास्ते प्रत्यर्पित किया. इस हमले में अमेरिकी सेना के 13 सदस्य और लगभग 160 नागरिक मारे गए थे.”

कुरिल्ला ने कहा, “शरीफुल्लाह वह पहला व्यक्ति था, जिसके बारे में पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने फोन करके कहा था कि मैंने उसे पकड़ लिया है. मैं उसे अमेरिका को सौंपने को तैयार हूं. कृपया रक्षा मंत्री और राष्ट्रपति को सूचित करें.”

‘ISIS-K के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है पाकिस्तान’

उन्होंने कहा, “हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान हमारी तरफ से उपलब्ध कराई जा रही सीमित खुफिया जानकारी के आधार पर अपने साधनों का इस्तेमाल करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और हम आईएसआईएस-के पर इसका प्रभाव देख रहे हैं.” अमेरिका के सैन्य अधिकारी का बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत ने कई मौकों पर सीजफायर में ट्रंप की भूमिका को खारिज किया है.

भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने पश्चिमी देश को किया आगाह 

भारत ने विदेश मंत्री एस जयंशकर ने आगाह करते हुए कहा कि आतंकवाद पश्चिमी देश को परेशान करने के लिए वापस आएगा. उन्होंने कहा, “मैं आपको एक बात याद दिलाना चाहता हूं कि ओसामा बिल लादेन पाकिस्तानी सैन्य शहर में वर्षों तक सुरक्षित क्यों महसूस करता था? मैं चाहता हूं कि दुनिया समझे कि यह केवल भारत-पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है. यह आतंकवाद का मुद्दा है और वहीं आपको परेशान करने के लिए वापस आएगा.”



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