विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के किसी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया. उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान को पहले ही चेतवानी दी थी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद तनाव की शुरुआत हुई. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठन टीआरएफ का बचाव किया.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा समिति में पहलगाम को लेकर बयान जारी करते वक्त TRF का नाम शामिल करने का पाकिस्तान ने विरोध किया. उन्होंने कहा, “भारतीय ने जो जवाब दिया है, वो सटीक, नियंत्रित और केन्द्रित है, उकसाने वाला नहीं है. कोई सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था, केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी में कई सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला करने का प्रयास किया. इसे एयर डिफेंस सिस्टम ने निष्क्रिय कर दिया. लाहौर में स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया गया. कई जगह मलबा इसके प्रमाण हैं. पाक ने नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है. कई जगहों पर मोर्टार का इस्तेमाल पाक कर रहा है.”
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ” पाकिस्तान दुनिया भर में आतंक का गढ़ है. पाकिस्तान जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त जांच कमेटी की बात कर रहा है, हम उसके ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो मुंबई हमला, पठानकोट पर भारत ने फॉरेंसिंक सबूत दिए, दोषियों पर कार्यवाई की मांग की. पाकिस्तानी लश्कर ए तैयबा के आतंकी को भारत ने जब पकड़ा, सारे सबूत पाकिस्तान को दिए, लेकिन पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया.