Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का आगाज 9 सितंबर से यूएई में होने जा रहा है. भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, ओमान, हॉन्गकॉन्ग और मेजबान यूएई की टीमें खिताब के लिए आपस में भिड़नें को तैयार हैं. यह टूर्नामेंट इस बार टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा. हालांकि मैदान पर खेलते हुए 11 खिलाड़ी ही नजर आते हैं, लेकिन डगआउट में बैठे कई खिलाड़ियों को पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच का मौका नहीं मिलता. इस बार भी ऐसे 5 खिलाड़ी हैं जिनके साथ यही हाल हो सकता है.
नुरुल हसन – बांग्लादेश
बांग्लादेश ने अनुभवी विकेटकीपर नुरुल हसन को टीम में शामिल तो किया है, लेकिन कप्तान लिटन दास पहले से ही विकेटकीपिंग का जिम्मा संभालते हैं. ऐसे में नुरुल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना मुश्किल दिखता है. 2022 के बाद से उन्होंने बांग्लादेश के लिए केवल एक टी20 खेला है. उनका आखिरी मैच नीदरलैंड के खिलाफ था.
हसन अली – पाकिस्तान
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली की टीम में वापसी ने सबको चौंकाया था. उनका टी20 रिकॉर्ड भी खास नहीं है, खासकर उनकी 9 रन प्रति ओवर से ज्यादा की इकोनॉमी. शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ जैसे गेंदबाजों की मौजूदगी में उनके खेलने की संभावना बेहद कम है.
हर्षित राणा – भारत
भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों की भरमार है. जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह पहले से ही मुख्य विकल्प हैं. हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे भी अतिरिक्त गेंदबाजी करते हैं. ऐसे में युवा हर्षित राणा को मौका मिलना लगभग नामुमकिन है. उन्होंने अब तक सिर्फ एक टी20 इंटरनेशनल खेला है, वो भी सब्स्टीट्यूट के तौर पर.
दरवेश रसूली – अफगानिस्तान
अफगानिस्तान के बल्लेबाज दरवेश रसूली अभी तक इंटरनेशनल टी20 में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं. उन्होंने 12 मैचों में केवल 149 रन बनाए हैं. उनकी औसत (15) और स्ट्राइक रेट (112) दोनों ही निराशाजनक हैं. यही वजह है कि टीम मैनेजमेंट उन पर दांव लगाने से बच सकता है.
चमिका करुणारत्ने – श्रीलंका
श्रीलंका के ऑलराउंडर चमिका करुणारत्ने का हालिया प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है. उन्होंने पिछले दो सालों में केवल दो टी20 खेले और कोई विकेट नहीं लिया. टीम के पास बेहतर गेंदबाज विकल्प मौजूद हैं, इसलिए उनका खेलना लगभग असंभव नजर आता है.