Pakistan Stock Exchange: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति बन चुकी है, लेकिन भारत के साथ टकराना पाकिस्तान को महंगा पड़ा है. बीते तीन दिनों में भारत के जवाबी हमले से पाकिस्तान को खूब नुकसान पहुंचा है. ऐसा हो भी क्यों न, जब आर्थिक, सामरिक या रणनीतिक किसी भी मोर्चे पर भारत के सामने पाकिस्तान कहीं भी नहीं टिकता है. जहां पाकिस्तान की जीडीपी महज 350 बिलियन डॉलर है, जो भारत की 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का महज एक अंश मात्र है. दोनों देशों के शेयर बाजारों में भी इतनी ही असमानता दिखाई पड़ती है.
भारतीय शेयर बाजार और PSX में जमीन-आसमान का अंतर
भारत का 1 रुपया 3.283372 पाकिस्तानी रुपये के बराबर है. इसी आधार पर पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) पर 476 सबसे वैल्यूएबल कंपनियों का टोटल मार्केट कैपिटल 5.66 लाख करोड़ है. यह भारत की सिर्फ एक लार्ज कैप कंपनी इंफोसिस के 6.26 लाख करोड़ के मार्केट कैप से भी कम है. PSX का टोटल वैल्यू हिंदुस्तान यूनिलीवर के 5.48 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण से थोड़ा ही अधिक है. पाकिस्तान के बेंचमार्क इंडेक्स KSE-100 का टोटल मार्केट कैप 3.31 लाख करोड़ है – जो अल्ट्राटेक सीमेंट के 3.34 लाख करोड़ मार्केट कैप से कम है.
थोड़ी सी और गिरावट से इस कैटेगरी में आ जाता PSX
शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की तरफ से बेलआउट पैकेज मिलने की उम्मीद में पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट में उछाल आया. हालांकि, इस भू-राजनीतिक तनाव के बीच आगे और लंबे समय तक खींचने से इसे मध्यम आकार की भारतीय कंपनियों की श्रेणी में ला खड़ा करती. पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट में 10 परसेंट की गिरावट से ही इसका मार्केट कैप गिरकर 2.98 लाख करोड़ तक आ जाएगा, जो टाइटन कंपनी (3.11 लाख करोड़) के करीब है. 15 परसेंट की गिरावट इसे अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (2.82 लाख करोड़) के बराबर ला खड़ा करेगी और 20 परसेंट की गिरावट इसे पावर ग्रिड कॉरपोरेशन (2.78 लाख करोड़) के करीब ला खड़ा करेगी.
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