Dividend Stock: वेदांता ग्रुप ने 18 जून को कंपनी की बोर्ड मीटिंग होने की जानकारी दी है, जिसमें वित्त वर्ष 2026 के लिए निवेशकों को अंतरिम डिविडेंड देने पर विचार किया जाएगा. अंतरिम डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 24 जून को तय की गई है. रिकॉर्ड डेट व कट-ऑफ तारीख होती है, जिसके बाद शेयर खरीदने वाला व्यक्ति डिविडेंड का हकदार नहीं होता है. यह कदम अपने शेयरहोल्डर्स को रिटर्न देने की कंपनी की चल रही रणनीति के तहत उठाया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले वेदांता ने वित्तीय वर्ष 2025 में अपने निवेशकों को 40 रुपये से अधिक का डिविडेंड दिया था.
डिविडेंड बांटने में खर्च कर दिए करोड़ों
कंपनी यह ऐलान अपने हालिया फाइनेंशियल परफॉर्मेंस के बाद करने जा रही है. कंपनी पिछले साल के मुकाबले इस साल दफा अपने निवेशकों को डिविडेंड दे चुकी है. मई में 11 रुपये प्रति शेयर, जुलाई में 4 रुपये प्रति शेयर, सितंबर में 20 रुपये प्रति शेयर और दिसंबर में 8.5 रुपये प्रति शेयर का भुगतान डिविडेंड के रूप में किया था. इस तरह से डिविडेंड बांटने में कंपनी ने करोड़ों रुपये खर्च कर दिए.
मई में 11 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड बांटने में कंपनी ने 4089 करोड़ खर्च किए थे. जुलाई में 4 रुपये प्रति शेयर के रूप में दूसरे डिविडेंड पर कंपनी ने 1564 करोड़ खर्च किए. सितंबर में 20 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अंतरिम डिविडेंड बांटने में कंपनी को टोटल 7821 करोड़ रुपये का खर्च आया और वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जब कंपनी ने 8.5 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की, तो इसमें 3324 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
कंपनी के वित्तीय नतीजे
कंपनी के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस की बात करें, तो 31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी का नेट प्रॉफिट 154.4 परसेंट की उछाल के साथ 3,483 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इस ग्रोथ की वजह कम परिचालन लागत और प्रोडक्शन वैल्यू में वृद्धि को दिया गया. इसी तिमाही में कंपनी की आय भी बढ़कर 41,216 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष 36,093 करोड़ रुपये थी. 13 जून को BSE पर वेदांता के शेयर 0.47 परसेंट गिरकर 458.35 रुपये पर बंद हुए.
ये भी पढ़ें:
इजरायल-ईरान टेंशन के बीच भारत के लिए आयी अच्छी खबर, चीन-पाकिस्तान को लगेगी मिर्ची