Chennai Migrant Sexually Assaulted: चेन्नई से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. चेन्नई के पास किलांबक्कम बस टर्मिनस के बाहर सोमवार देर रात एक 18 वर्षीय 8 वर्षीय प्रवासी युवती का ऑटो-रिक्शा में यौन उत्पीड़न किया गया. पीड़िता बस का इंतजार कर रही थी. पुलिस ने कहा है कि वे घटना वाले जगह के पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रहे हैं और तीन संदिग्धों को जल्द पकड़ सकते है.
कैसे हुआ हमला?
एक ऑटो-रिक्शा चालक ने युवती को सवारी की पेशकश की, लेकिन उसने मना कर दिया. इसके बावजूद, आरोपी ने उसे जबरदस्ती अंदर खींच लिया. थोड़ी देर बाद, दो और लोग ऑटो में सवार हुए और चाकू की नोक पर यौन उत्पीड़न किया. युवती की चीखें सुनकर कुछ स्थानिय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने ऑटो-रिक्शा का पीछा किया, लेकिन आरोपी पीड़िता को सड़क किनारे उतारकर भाग गए. एक राहगीर, जो संयोग से एक पुलिसकर्मी था, उसने पीड़िता की मदद की और उसे सुरक्षा दी. जांच में पता चला कि लड़की दूसरे राज्य की रहने वाली है और सलेम में काम करती है.
पुलिस जांच और संदिग्धों की तलाश
जानकारी के अनुसार, पुलिस घटना वाले जगह के पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. तीन संदिग्धों की पहचान हो चुकी है और गिरफ्तारी के करीब है. बता दें कि यह घटना ठीक एक महीने बाद हुई है जब अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक और यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी,जिसको लेकर जमकर राजनीतिक विवाद हुआ था.
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में यौन उत्पीड़न एक भयानक वास्तविकता बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि तमिलनाडु में नशीली दवाओं की तस्करी बढ़ रही है, लेकिन गिरफ्तारियां घट रही हैं. उनके अनुसार, 2021 में NDPS (नार्कोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) मामलों में 9,632 गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन 2022 से 2024 के बीच यह संख्या घटकर 1,122 रह गई. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या तमिलनाडु सरकार जानबूझकर ड्रग तस्करों को खुली छूट दे रही है?
सरकार और पुलिस की अगली कार्रवाई
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि संदिग्धों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कानून व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा. फिलहाल इस घटना को लेकर राज्य में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है.