खालिदा जिया के देश छोड़ने के साथ ही बांग्लादेश की राजनीति में खालीपन आ जाएगा, क्योंकि इससे पहले अगस्त 2024 में अवामी पार्टी की नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच देश छोड़ना पड़ा था. जानकारों का मानना है कि मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को किसी तरफ से कोई चुनौती नहीं मिलेगी. हालांकि बीएनपी पार्टी अंतरिम सरकार का समर्थन करती रही है लेकिन बीते कुछ वक्त से सरकार और बीएनपी में रिश्ते तल्खी भरे रहे हैं, क्योंकि सरकार के करीबियों की ओर से एक नई पार्टी के गठन की बात सामने आई थी.
यूनुस चाह रहे हैं एकछत्र राज?
खालिदा जिया ऐसे वक्त में देश से बाहर जा रही हैं जब देश में चुनाव को लेकर उनकी पार्टी के मांगें तेज हो रही हैं. हालांकि इस बीच अंतरिम सरकार ने कहा है कि जब तक देश में ‘सबकुछ सही’ नहीं हो जाता तब तक चुनाव नहीं होंगे. बीते वक्त में सरकार के कई करीबी बीएनपी की आलोचना कर रहे थे कि वह चुनाव कराने को लेकर जल्दबाजी भरी मांग कर रहे हैं. बांग्लादेशी अखबार के मुताबिक, खालिदा जिया के खिलाफ चल रहे ‘जिया अनाथालय ट्रस्ट केस’ का आदेश बुधवार को आएगा. बीबीसी बांग्ला के मुताबिक, कई जानकार खालिदा जिया के विदेश जाने को लेकर चिंतित हैं, उनका मानना है कि उनकी अनुपस्थिति के बाद देश के हालात कैसे बदलेंगे इस कोई अंदाजा नहीं है.
यूनुस बना रहे अपनी पार्टी?
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ मोहम्मद यूनुस को लेकर कहा गया था कि वह अपनी पार्टी का गठन कर रहे हैं. हालांकि यूनुस ने इससे इनकार कर दिया है, लेकिन बदलते हालातों के बीच जानकारों का इस बात पर भी जोर है कि अंतरिम सरकार या बांग्लादेशी सेना के बीच कुछ खिचड़ी न पक रही हो.
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