बांग्लादेश में राजनीतिक हलचल! शेख हसीना की सरकार गिराने वाले छात्र नेता का इस्तीफा

बांग्लादेश में राजनीतिक हलचल! शेख हसीना की सरकार गिराने वाले छात्र नेता का इस्तीफा



<p style="text-align: justify;"><strong>Bangladesh News:</strong> बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सूचना सलाहकार और प्रमुख छात्र नेता नाहिद इस्लाम ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. नाहिद इस्लाम ने मंगलवार (25 फरवरी) दोपहर को मोहम्मद यूनुस से उनके कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें अपना त्यागपत्र सौंपा. नाहिद को पिछले साल मोहम्मद यूनुस सरकार में दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सलाहकार के रूप में शामिल किया गया था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>बताया इस्तीफा देने का कारण&nbsp;</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस्लाम ने यूनुस को लिखे पत्र में लिखा, "वर्तमान परिस्थितियों में राष्ट्र और उसके लोगों के हित में मुझे देश के छात्र समुदाय के साथ खड़ा होना चाहिए इसलिए मुझे लगता है कि मुझे अपना इस्तीफा दे देना चाहिए."</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नई पार्टी शुरू करने की तैयारी में</strong></p>
<p style="text-align: justify;">समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब चर्चा है कि बांग्लादेशी छात्र, जो पिछले वर्ष तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपदस्थ करने वाले विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे थे, इस सप्ताह एक राजनीतिक पार्टी शुरू करने की तैयारी में हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र समूह बुधवार को संभावित एक कार्यक्रम के दौरान नई पार्टी शुरू करने और एक नया विकल्प खोलने की योजना को अंतिम रूप दे रहा है. इस्लाम से पार्टी के संयोजक के रूप में नेतृत्व करने की उम्मीद है. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में छात्र हितों की वकालत करने में इस्लाम एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं. यूनुस ने पहले कहा था कि चुनाव 2025 के अंत तक हो सकते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>आंदोलन के तीन प्रतिनिधियों में से एक थे इस्लाम</strong></p>
<p style="text-align: justify;">नाहिद इस्लाम ने पिछले साल पांच अगस्त को छात्र आंदोलन ने बड़े पैमाने पर विद्रोह का नेतृत्व किया था. इस आंदोलन की वजह से शेख हसीना की सरकार गिर गई थी. इसके बाद यूनुस ने अंतरिम सरकार की कमान संभाली थी. वहीं, इस्लाम आंदोलन के तीन प्रतिनिधियों में से एक थे, जिन्हें सलाहकार परिषद में शामिल किया गया था.</p>



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