बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच ब्रिटेन की संसद में गूंजा पाकिस्तान का ये मुद्दा

बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच ब्रिटेन की संसद में गूंजा पाकिस्तान का ये मुद्दा


Britain MP On Pakistan minorities: इस वक्त भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार हमला कर रहे हैं. अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहे हैं. यहां तक की इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को भी गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है. ऐसी गंभीर स्थिति के बीच ब्रिटेन के सांसदों ने हाउस ऑफ कॉमन्स में एक विशेष चर्चा के दौरान पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्वतंत्रता और उनके मानवाधिकारों के हनन पर गहरी चिंता व्यक्त की. यह चर्चा ‘डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी’ (DUP) के सांसद जिम शैनन द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव “पाकिस्तान: फ्रीडम ऑफ रिलीजन” के तहत हुई. बता दें कि शैनन अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (APPG) के अध्यक्ष हैं.

सांसद जिम शैनन ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के प्रति हो रहे अत्याचारों को “गंभीर” बताते हुए कहा कि ईसाई, हिंदू और अहमदिया समुदायों को लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 1980 के दशक से हजारों मामले धार्मिक उत्पीड़न के दर्ज हुए हैं. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह स्थिति निराशा की ओर ले जाती है, और इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.

हिंदुओं पर हिंसा और जबरन धर्मांतरण
लिबरल डेमोक्रेट सांसद पॉल कोहलर और कंजर्वेटिव सांसद एंड्रयू रोसिंडेल ने पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के प्रति बढ़ती हिंसा पर प्रकाश डाला. उन्होंने पाकिस्तानी सरकार पर अल्पसंख्यकों का जबरन धर्मांतरण करवाने का आरोप लगाया. इसके अलावा उन्होंने मंदिरों पर भी हमला करने का आरोप लगाया है.

मानवाधिकारों की रक्षा की मांग
सांसदों ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की. उन्होंने मांग की कि ब्रिटिश सरकार इन मुद्दों को मजबूती से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाए और संबंधित सरकारों पर दबाव बनाए.

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