बैंकिंग स्टॉक्स में तेजी से लगातार छठे दिन शेयर बाजार में बढ़त, 187 पर बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी

बैंकिंग स्टॉक्स में तेजी से लगातार छठे दिन शेयर बाजार में बढ़त, 187 पर बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी



<p style="text-align: justify;">शेयर बाजार में मंगलवार को भी तेजी का सिलसिला जारी रहा. लगातार छठे कारोबारी सत्र में बीएसई सेंसेक्स 187 प्वाइंट की बढ़त के साथ ऊपर चढ़ा. विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह, बैंक और &nbsp;दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी आई.</p>
<p style="text-align: justify;">तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 187.09 अंक यानी 0.24% की बढ़त के साथ 79,595.59 के स्तर पर बंद हुआ. &nbsp;कारोबार के दौरान, एक समय ये &nbsp;415.8 अंक तक चढ़ गया था. एनएसई का निफ्टी भी 41.70 अंक यानी 0.17 % की बढ़त के साथ 24,167.25 अंक पर कारोबार किया.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>बैकिंग स्टॉक्स में तेजी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">आईटी और ऊर्जा क्षेत्रों को छोड़कर ज्यादातर सूचकांक लाभ में रहे. &nbsp;रियल्टी, FMCG (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियां) और बैंक में सबसे ज्यादा तेजी रही. &nbsp;सेंसेक्स के शेयरों में ITC, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, HDFC बैंक, इटर्नल, कोटक महिंद्रा, SBI, और ICICI बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे. दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक 4.88 प्रतिशत की गिरावट आई.</p>
<p style="text-align: justify;">ऐसी भी रिपोर्ट सामने आयी हैं कि बैंक ने &lsquo;सूक्ष्म वित्त&rsquo; कारोबार में 600 करोड़ रुपये की विसंगतियों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक ऑडिट को लेकर EY को एप्वाइंट किया है. हालांकि, बैंक ने बाजार बंद होने के बाद शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने फॉरेंसिक ऑडिट के लिए ईवाई को नियुक्त नहीं किया है.</p>
<p style="text-align: justify;">लेकिन इसका आंतरिक लेखा परीक्षा विभाग (आईएडी) कुछ चिंताओं की जांच करने के लिए MFI (माइक्रोफाइनेंस) कारोबार की समीक्षा कर रहा है. इसके अलावा पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, इन्फोसिस और बजाज फिनसर्व में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कर्ज वृद्धि की उम्मीद</strong></p>
<p style="text-align: justify;">जियोजीत इनवेस्टमेंट्स लि. के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है, &lsquo;&lsquo;ट्रंप-फेडरल रिजर्व से संबंधित नकारात्मक वैश्विक धारणा के बावजूद इंटरनेशनल मार्केट ने उम्मीद बनाये रखी है. RBI की नकदी कवरेज अनुपात में छूट से कर्ज वृद्धि की उम्मीद है. इससे वित्तीय क्षेत्र को गति मिलेगी. डॉलर के कमजोर होने और प्रतिस्पर्धी मूल्यांकन के कारण विदेशी पूंजी प्रवाह लगातार चौथे दिन बना हुआ है.&rsquo;&rsquo;</p>



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