ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के बनाए जा रहे बांध को लेकर सामने आया विदेश मंत्रालय का जवाब

ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के बनाए जा रहे बांध को लेकर सामने आया विदेश मंत्रालय का जवाब


India On China Hydropower Dam: चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाए जा रहे दुनिया के सबसे बड़े हाइड्रो पावर बांध को लेकर भारत सरकार ने चीन के सामने अपनी चिंता जाहिर कर दी है इसको लेकर भारत और चीन में बातचीत चल रही है. यह जानकारी दी राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (06 फरवरी, 2025) को दी.

राज्यसभा में शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत के पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा है की चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपरी हिस्से में बनाए जा रहे बड़े बांध प्रोजेक्ट को लेकर भारत सरकार ने संज्ञान लिया है, इसको लेकर चीन की सरकार से लगातार बातचीत भी जारी है.

विक्रम मिस्री के चीन दौरे के दौरान हुई थी इस मुद्दे पर बातचीत

विदेश मंत्रालय ने बताया है कि इस बाबत भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री जब चीन के दौरे पर गए थे तो वहां पर उन्होंने वहां की वॉइस फॉरेन मिनिस्टर से मुलाकात भी की और चर्चा भी हुई. इस चर्चा के दौरान तय किया गया कि इस मुद्दे पर जल्द ही एक्सपर्ट लेवल कमिटी चर्चा करेगी जिससे कि दोनों देशों के हितों को सुरक्षित रखा जा सके. भारत सरकार लगातार चीन में चल रहे इस डेवलपमेंट पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. भारत सरकार देश और नागरिकों की सुरक्षा और उनके हितों को सुरक्षित रखने के लिए कटिबध है.

क्या है मामला?

चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की योजना बना रहा है. चीन में इस नदी को यारलुंग त्संगपो कहा जाता है. यारलुंग त्संगपो वहां की एक शक्तिशाली नदी है. जरूरी बात ये है कि यह नदी ग्रेट बेंड, ग्रेट यू-टर्न या यारलुंग त्सांगपो ग्रेट बेंड के नाम से जानी जाने वाली नदी से होकर बहती है. चीन अब इन्हीं टर्न पर ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की योजना बना रहा है.

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