भारत और यूके के बीच जल्द होगा FTA का ऐलान, किन सामानों पर कम होगा टैरिफ, जानें PM मोदी का लंदन

भारत और यूके के बीच जल्द होगा FTA का ऐलान, किन सामानों पर कम होगा टैरिफ, जानें PM मोदी का लंदन


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23-24 जुलाई को दो दिवसीय यात्रा पर लंदन जाएंगे. उनका यह दौरा भारत को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण है. सूत्रों के मुताबिक 24 जुलाई को लंदन में पीएम मोदी और यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में मुक्त व्यापार समझौते (FTA) का ऐलान होगा. हालांकि दोनों ही देशों के बीच 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद 6 मई 2025 को FTA पर सहमति बन गई थी. हालांकि इसके लीगल वर्क में समय लगता है इसलिए एक-एक बिंदु पर बातचीत होती है और उसका लिखित दस्तावेज तैयार हो रहा है.

सूत्रों के मुताबिक भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता लगभग 2000 पेज का है. इस समझौते के लागू होने के बाद भारत और यूके के बीच व्यापार साल 2030 तक 120 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद जताई जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीति के बीच भारत और यूके के बीच होने वाले FTA पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक समझौता होने जा रहा है. इस समझौते से दोनों देश कई उत्पादों पर टैरिफ शुल्क कम करने जा रहे हैं और व्यापार के तौर तरीकों को भी आसान बना रहे हैं. इस समझौते में टैरिफ कम तो होगा है, लेकिन सबसे बड़ी बात है प्रक्रिया का आसान होना, जो कि इस FTA का सबसे अहम बिंदु रहने वाला है.

किन चीजों पर कम होगा टैरिफ?

FTA में भारत ने अपने हितों का पूरा ख्याल रखा है. यही कारण है कि बीते तीन सालों से रुक-रुक कर लगातार दोनों देशों इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे थे. इस समझौते में ज्यादातर उत्पादों और सेवाओं पर टैरिफ हटाया जा सकता है या कम किया जा सकता है. भारत के टैक्सटाइल इंडस्ट्री को इसका सबसे अधिक फायदा मिलने वाला है. भारत के कपड़ों और जूतों के निर्यात पर टैरिफ में छूट मिलने की संभावना है. इसके अलावा भारत से कालीन, कार, ज्वैलरीGems और Sea Foods के निर्यात पर टैरिफ कम होगा, जिससे भारत का निर्यात बढ़ेगा.

मौजूदा समय में 4 फीसदी से लेकर 16 फीसदी तक टैरिफ इन वस्तुओं पर है. आसान भाषा में आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि भारत के लेदर, जूते, कपड़े, खिलौने के निर्यात पर टैरिफ खत्म ही हो जाएगा. इससे भारत में रोजगार और नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे और भारतीय बाजार को बड़ा फायदा पहुंचेगा. यूके से आयात होने वाली तमाम वस्तुओं के दाम सस्ते हो जाएंगे, जिससे आम आदमी को उस उत्पाद पर पहले की अपेक्षा कम टैक्स देना होगा. भारत के निर्यात उद्योग को बहुत बड़ा अवसर मिलेगा और निर्यात बहुत बढ़ने की भी आशा दिखाई दे रही है.

कौन-कौन से सामान होंगे सस्ते?

एक ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूके से भारत को निर्यात की जाने वाली जिन, व्हिस्की, कॉस्मेटिक्स, महंगी कारें, चॉकलेट, बिस्कुट, मेडिकल डिवाइस, इलैक्ट्रिकल आईटम पर टैरिफ कम होने की संभावना है. यूके में बनी शराब जिन और व्हिस्की पर टैरिफ शुल्क आधा किए जाने की चर्चा है. अगर हम यूके की महंगी कारों की बात करें तो जगुआर, लैंड रोवर जैसी कारें भारत में अब कम दाम में मिलेंगी. इससे भारतीय उपभोक्ताओं को फायदा मिलने की उम्मीद है. यही नहीं FTA पर साइन होने के बाद यूके के ब्रांडेड कपड़े और फैशन उद्योग से जुड़ी सामग्री भी भारत में सस्ती मिलेगी.

इस बात की भी जानकारी सामने आ रही है कि भारतीय पेशेवरों को यूके में सामाजिक सुरक्षा बेनेफिट में 3 साल की छूट मिलेगी. यह एक पारस्पारिक समझौता होगा, यानि यह दोनों ही देशों के पेशेवरों पर लागू होगा. बिज़नेस की भाषा में इसे डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन भी कहा जाता है, जिस पर भारत और यूके सहमत होते दिखाई दे रहे हैं. अभी तक एक देश से दूसरे देश में ट्रांसफर होने की दशा में किसी कर्मचारी को दोनों ही देशों में अपना पीएफ और पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा की कटौती करानी होती है, जिससे कर्मचारी की ज़ेब पर असर पड़ता है और उसके दो जगह पैसे कटते हैं, लेकिन अब FTA के अंतर्गत भारत और यूके के कर्मचारियों को एक दूसरे के देश में सैलरी में दो बार कटौती से राहत मिलेगी.

ब्रिटेन-भारत के बीच बातचीत ऐतिहासिक- उच्चायुक्त

यूके में भारत के भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, मेरे स्तर पर FTA की घोषणा करना अभी उचित नहीं होगा. 23 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं और हम सभी को उनका इंतजार करना चाहिए. FTA को लेकर दोनों देशों के बीच जो बातचीत चल रही है, वो बहुत ऐतिहासिक है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा और दोनों देशों के बीच व्यापार करना आसान होगा. मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने पर मेहनत चल रही है और हर पहलू का ख्याल रखा गया है.

भारतीय उच्चायुक्त ने बताया कि भारत के बाजर और भारत की क्षमता को आज पूरी दुनिया देख रही है और भारत की तरफ आगे बढ़ रही है. FTA में इलक्ट्रॉनिक और इलक्ट्रिक्ल सेक्टर में भी काफी जोर दिया गया है, लेकिन सबसे बड़ी बात यही है कि टैरिफ तो कम होगा ही होगा, साथ में व्यापार के तौर तरीकों को आसान बनाया जा रहा है. भारतीय उच्चायुक्त ने बताया कि ICT (Inter Company Transfer) को भी FTA में रखा गया है, ताकि कंपनियों में ट्रांसफर होने पर कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा का भी ख्याल रखा जा सके. भारतयीय उच्चायुक्त ने कहा कि पीएम मोदी इस दौरान यूके के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे और यूके के किंग चार्ल्स से भी मुलाकात होगी.

FTA क्या होता है ?

FTA का फुल फॉर्म है- Free Trade Agreement यानि मुक्त व्यापार समझौता. यह समझौता 2 देशों के बीच होता है और इसके अंतर्गत दोनों ही देशों अधिक से अधिक उत्पादों पर शुल्क खत् करते हैं या कम करते हैं. इससे दोनों ही देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलता है.

कुल मिलाकर देखा जाए तो भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौता ीएम मोदी के बड़े कामों में एक गिना जाएगा, क्योंकि इसके होने के बाद भारत आसानी से दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है. यूके के साथ एफटीए होने के बाद यूरोपीय यूनियन (EU) के साथ भी इसी साल के अंत तक FTA संभव बताया जा रहा है. वहीं अमेरिका के साथ बातचीत अभी भी जारी है.



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