Gandiv Air-to-Air Missile: भारत अपनी वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए लगातार लगातार काम कर रहा है. अब भारत एक ऐसी मिसाइल विकसित कर रहा है, जो पलक झपकते दुश्मन के टारगेट को तबाह कर सकता है. भारत ने इस खतरनाम मिसाइल का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारी अर्जुन के धनुष के नाम पर Astra Mklll मिसाइल का नाम ‘गांडीव’ रखा है.
सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (SFDR) प्रोपल्शन सिस्टम से संचालित होने वाला यह बियॉन्ड विजुयल रेंज (BVR) एयर-टू-एयर मिसाइल, भारतीय वायु सेना की क्षमता को पूरी तरह से बदलकर रख देगा. IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक, गांडीव के 2 जमीन परीक्षण पूरी तरह से सफल रहे हैं और अब जल्द ही इसका हवाई टेस्ट भी होगा. इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि ये चीन के फिफ्थ जेनरेशन के स्टील्थ फाइटर जेट्स को हवा में ही मार गिरा सकता है.
भारत के लिए अब तक राफेल था सबसे बड़ा दावेदार
भारत मल्टी रोल फाइटर जेट (MRFA) प्रोग्राम के तहत करीब 110 फाइटर जेट खरीदने की योजना बना रहा है. जिसका अब तक सबसे बड़ा दावेदार बनकर फ्रांसीसी राफेल सामने आया था.
IDRW के रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस Mkll और एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) पर अपग्रेडेड गैलियम नाइट्राइड (GaN) पर आधारित एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA) रडार के लगने के बाद अगर गांडीव से लैस किया जाता है, तो ये एक बेहद खतरनाक कॉम्बिनेशन होगा, जो राफेल की क्षमता को भी पीछे छोड़ देगा.
नए शिखर पर पहुंचेगी भारत की मिसाइल टेक्नोलॉजी की क्षमता
रिपोर्ट के मुताबिक, MRFA की दौड़ में आगे चल रहे राफेल को अब भारतीय के स्वदेशी गांडीव ने पीछे छोड़ दिया है. स्वदेशी मिसाइल गांडीव के भारतीय विमानों में इंस्टॉल होने के बाद भारतीय वायु सेना की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. Astra Mklll यानी गांडीव भारत की मिसाइल टेक्नोलॉजी क्षमता को एक नए शिखर पर ले जाएगी. इसकी रेंज 140 से 160 किलोमीटर तक की है.
वहीं, यह मिसाइल बियॉन्ड विजुयल रेंज एयर टू एयर मिसाइल से क्षमता से लैस है. जिससे यह मिसाइल दुश्मन के मिसाइल के देखे बिना भी उसे मार गिराने में समर्थ है.
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