बांग्लादेश परंपरागत रूप से चीनी हथियारों और सैन्य उपकरणों पर निर्भर रहा है, लेकिन मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद अब उसका रुख पाकिस्तान के पक्के दोस्त तुर्किए की ओर मुड़ता दिख रहा है. दोनों देशों के बीच वैचारिक समानता भी देखी जा रही है. जहां एक ओर यूनुस सरकार पर कट्टरपंथियों का प्रभाव बढ़ता नजर आ रहा है, वहीं तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोआन खलीफा काल की वापसी का सपना देख रहे हैं.
सोमवार 21 जुलाई को यूनुस सरकार ने एयर फोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान को तुर्किए के दौरे पर भेजा. वह इस्तांबुल में तुर्किए के अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे और सैन्य उपकरणों की खरीद पर बातचीत करेंगे. इस यात्रा का उद्देश्य बांग्लादेश के रक्षा ढांचे को मजबूत करना और तुर्किए के साथ रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है.
नेवी चीफ की अमेरिका यात्रा से पहले तुर्किए में रुकावट
इससे पहले 16 जुलाई को बांग्लादेश के नौसेना प्रमुख एडमिरल मोहम्मद नजमुल हसन छुट्टी पर अमेरिका रवाना हुए थे, लेकिन नॉर्थईस्ट न्यूज के अनुसार, वह 22 से 25 जुलाई के बीच तुर्किए की आधिकारिक यात्रा पर भी रहेंगे. यानी इन दिनों बांग्लादेश के नेवी और एयर फोर्स दोनों प्रमुख इस्तांबुल में मौजूद रहेंगे. यह यात्रा तुर्किए नौसेना के कमांडर के निमंत्रण पर हो रही है.
चीन से दूरी बढ़ी? बीजिंग दौरा रद्द होना एक संकेत
विशेषज्ञों के अनुसार, यह नया रुख चीन के लिए चिंता का विषय हो सकता है. चीन वर्षों से बांग्लादेश को सैन्य उपकरणों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहा है. लेकिन सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान की बीजिंग यात्रा का रद्द होना इस रणनीतिक बदलाव की पुष्टि करता है. यह यात्रा चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के निमंत्रण पर प्रस्तावित थी.
तुर्किए से हो रही हॉवित्जर, रॉकेट और हल्के टैंक की खरीद
बांग्लादेश पहले ही तुर्किए से MKE बोरान 105 मिमी हॉवित्जर तोपों की खरीद कर चुका है. पिछले साल 18 तोपें मंगाई गई थीं. भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाकर 200 करने की योजना है. इसके अलावा टीआरजी-230 और टीआरजी-300 रॉकेट प्रणालियों के साथ तुर्किए निर्मित ओटोकर तुलपर हल्के टैंकों की खरीद पर भी विचार किया जा रहा है.
गोरगुन की ढाका यात्रा ने बढ़ाया संबंधों का तापमान
8 जुलाई को तुर्किए के रक्षा उद्योग सचिव हालुक गोरगुन ने ढाका का दौरा किया था. उन्होंने बांग्लादेश के तीनों सेनाध्यक्षों- जनरल वकार-उज-जमान, एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान और एडमिरल नजमुल हसन से मुलाकात की थी. इसके अलावा गोरगुन ने मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से भी गुप्त वार्ता की थी. इस मुलाकात का समन्वय बांग्लादेश के सशस्त्र बल प्रभाग की खुफिया शाखा ने किया था.
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