India GDP Growth: आर्थिक मोर्चे पर वैश्विक जगत में हलचल के बीच भारत दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है. एक तरफ जहां पाकिस्तान की इकोनॉमी बदतर हालत में है. वहां पर महंगाई आसमान छू रही है और पड़ोसी मुल्क लोन लेकर अपने देश की अर्थव्यवस्ता चला रहा है. दूसरी तरफ चीन भी टैरिफ वॉर के झटके से उबरने की कोशिश कर रहा है. इस बीच भारतीय इकोनॉमी के अगले डेढ़ दशक में 7 से 8 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने अनुमान लगाया गया है.
आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर
वैश्विक पेशेवर सेवा प्रदाता डेलॉयट की साउथ एशिया इकाई के सीईओ रोमल शेट्टी ने अपने अनुमान में कहा कि हाल में वर्षों में भारत कई वैश्विक संकट से सफलतापूर्वक उबर चुका है. जबकि आईएमएफ ने भी अपने अनुमान में कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है. साथ ही, इस साल भारत, जापान को छोड़कर करीब 4.2 लाख करोड़ डॉलर के साथ दुनिया की चौथी इकोनॉमी बन सकता है.
शेट्टी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि चालू वित्त वर्ष में सर्विस सेक्टर में जबरदस्त प्रदर्शन, एग्रीकल्चर प्रोडक्शन में सुधार और बढ़ते बाजार निवेश के चलते भारत की इकोनॉमी 6.7 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ सकती है. उनका कहना है कि जिस तरह से भारत कोरोना महामारी और भूराजनीतिक तनाव के बावजूद यहां की इकोनॉमी जुझारू बनी है, और अगले एक से डेढ़ दशक तक इकोनॉमी के 7 से 8 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है.
भारत-अमेरिका के बीच बेहतर ट्रेड डील
शेट्टी ने कहा कि पिछले कई सालों में भारत-अमेरिका के संबंध सबसे मजबूत है. इसी के कारण दोनों देशों के बीच पहले से कहीं अधिक समान आधार है. उनकी ये टिप्पणी भारत पर हाई टैरिफ लगाने की एक अगस्त की समय-सीमा नजदीक आने के बीच आई है.
उनका कहना है कि इस समय की हाई टैरिफ दरें कम होंगी और ट्रेड वॉर भी खत्म होगा. इसके साथ ही, भारत-अमेरिका अपने हितों की रक्षा करते हुए एक बीच का रास्ता तलाशने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच एक ऐसा समझौता होगा जिससे दोनों बाजारों को महत्वपूर्ण रूप से लाभ मिलेगा.