भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान हमले के लिए PAK का खुलकर समर्थन करना तुर्किए को भारी पड़ता दिख रहा है. एक ओर जहां देशवासियों में जबरदस्त गुस्सा है. वहीं, मोदी सरकार ने भी राजनयिक स्तर पर रेसेप तैयप एर्दोगन को बड़ा झटका दिया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रोटोकॉल विभाग ने गुरुवार (15 मई, 2025) को भारत में तुर्किए के नए राजदूत अली मूरत एर्सोय के क्रेडेंशियल सेरेमनी (परिचय समारोह) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है. मंत्रालय ने घोषणा कर बताया कि राष्ट्रपति भवन में होने वाला परिचय समारोह शेड्यूल संबंधी मुद्दों के कारण स्थगित कर दिया गया है.
‘तुर्किए के राजदूत के अलावा इन देशों के राजदूतों को भी देना था परिचय’
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक एक राजनयिक सूत्र ने बताया कि हमें क्रेडेंशियल सेरेमनी शुरू होने से कुछ ही समय पहले अचानक पता चला कि ये कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है. तुर्की के राजदूत अली मूरत एर्सोय के अलावा बांग्लादेश के नए उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह और थाईलैंड, कोस्टा रिका, सेंट किट्स और नेविस के राजदूतों को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष अपना परिचय पत्र प्रस्तुत करना था, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया.
अली मूरत एर्सोय ने फिरत सुनेल के वापस तुर्किए में ट्रांसफर होने के कारण मार्च में भारत में तुर्किए के राजूदत का कार्यभार संभाला था. इससे पहले 4 अप्रैल को एर्सोय ने हेड ऑफ प्रोटोकॉल अंशुमान गौर को अपने परिचय पत्र की एक कॉपी सौंपी थी. राष्ट्रपति भवन में आयोजित ये समारोह एक औपचारिक कूटनीति का हिस्सा है, जिसमें भारत स्थित मिशन प्रमुख शामिल होते हैं, क्योंकि वे भारत में अपने देश के शासनाध्यक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं.
सुरक्षा के मद्देनजर भारत ने सेलेबी को दिया बड़ा झटका
विदेश मंत्रालय ने ये कार्यक्रम उस दिन रद्द किया जब भारत की विमानन सुरक्षा नियामक ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी ने राष्ट्र सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सिविल एविएशन की भारतीय शाखा सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया की सुरक्षा मंजूरी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया. इस कारण सेलेबी के शेयर डाउन होने के कारण कंपनी को बड़ा झटका लगा.
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