भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर चल रही बातचीत आखिरी पड़ाव पर है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी देते हुए कहा था कि ब्रिक्स देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाएगा. ट्रंप के इस बयान के बाद एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के पास अभी भी निर्यात बढ़ाने का पूरा मौका होगा. एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास संभावना बनी हुई है.
एसबीआई की रिसर्च के मुताबिक, अगर भारत-अमेरिका के बीच उम्मीद के अनुसार समझौता नहीं होता और भारत पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाता है, तब भी उसके पास निर्यात को बढ़ाने के विकल्प होंगे. भारत के पास विविधता की काफी संभावना होगी. दरअसल ट्रंप से अतिरिक्त टैरिफ वाले बयान के बाद पूछा गया था कि क्या भारत पर भी यह लागू होगा. ट्रंप ने जवाब में कहा था कि जो भी ब्रिक्स देश का हिस्सा है, उस पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगेगा.
भारत के पास पकड़ मजबूत करने का मौका
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पूरी होने वाली है. इस बीच रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका ने 23 देशों पर हाल ही में टैरिफ बढ़ाकर लगाया है, इससे ग्लोबल ट्रेड डायनमिक में बदलाव आया है. भारत फिलहाल टैरिफ की वजह से बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ. अब उसके पास अमेरिका और टैरिफ से प्रभावित एशियाई देशों के बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका है. भारत कृषि, खाद्य पदार्थ और कैमिकल समेत कई सेक्टर में खुद को बेहतर स्थिति में ला सकता है.
भारत की जीडीपी पर पड़ सकता है असर
अमेरिका ने चीन पर काफी ज्यादा टैरिफ लगाया है. इसकी वजह से चीन का अमेरिका में निर्यात प्रभावित होगा. ऐसे में भारत के पास अच्छा मौका है. भारत कैमिकल और और फार्मास्यूटिकल्स के सेक्टर में अपने कदम मजबूत कर सकता है. रिपोर्ट मुताबिक, अगर भारत, अमेरिकी कैमिकल इम्पोर्ट में 2 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर लेता है तो यह उसकी जीडीपी को 0.2 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है. फिलहाल चीन और सिंगापुर के पास 2 प्रतिशत हिस्सेदारी है.