नेपाल में हुए बवाल के बाद अब काठमांडू में सन्नाटा पसरा हुआ है. राजधानी में गुरुवार (11 सितंबर) को भी कर्फ्यू लगा रहा. नेपाल के आर्मी चीफ अशोक राज सिदगेल इन दिनों में चर्चा में है. फिलहाल देश की कमान उन्हीं के हाथों में है. अगर भारत और उसके पड़ोसी देशों के आर्मी चीफ की सैलरी की बात करें तो इसमें चीन काफी आगे है. आर्मी चीफ को सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में भारत भी आगे है. हालांकि भारत इस मामले में चीन से थोड़ा पीछे है.
भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी हैं. उन्हें सैलरी के तौर पर करीब ढाई लाख रुपए मिलते हैं. उन्हें इसके साथ-साथ कई सरकारी सुविधाएं और भत्ते भी मिलते हैं. थल सेना में जनरल द्विवेदी सबसे बड़े पद पर हैं, लिहाजा उनकी सैलरी भी सबसे ज्यादा है. लेफ्टिनेंट जनरल या आर्मी कमांडर की बात करें तो उन्हें सैलरी के तौर पर करीब 2 लाख 25 हजार रुपए दिए जाते हैं.
पाक आर्मी चीफ को कितनी मिलती है सैलरी
पाकिस्तान की बात करें तो इस समय आर्मी चीफ आसिम मुनीर हैं. सैलरी सर्वे डॉट पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें सैलरी के तौर पर करीब 2 लाख पाकिस्तानी रुपए मिलते हैं. मुनीर पाक आर्मी में सबसे बड़े पद पर हैं. लिहाजा उनकी सैलरी पाक आर्मी में सबसे ज्यादा है. मुनीर को सरकारी घर, सरकारी गाड़ी और कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं.
नेपाली आर्मी चीफ की कितनी है सैलरी
नेपाल के आर्मी चीफ अशोक राज सिगदेल हैं. वे नेपाल में सेना के सबसे बड़े पद पर हैं. नेपाली एजुकेशनल पोर्टल Edusanjal के मुताबिक नेपाल आर्मी की चीफ की सैलरी 67,140 नेपाली रुपए प्रति महीने है. नेपाल में आर्मी चीफ को प्रधान सेनापति कहा जाता है. सिगदेल को सैलरी के साथ-साथ अन्य कई भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं.
चीन आर्मी चीफ को कितनी मिलती है सैलरी
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) में दूसरे देशों की तरह आर्मी चीफ का पद नहीं होता, क्योंकि PLA में ग्राउंड फोर्स, नेवी, एयर फोर्स तीनों शामिल हैं. 2016 के सैन्य सुधारों के बाद, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के तहत जॉइंट स्टाफ डिपार्टमेंट की स्थापना हुई, जो PLA का मुख्य कमांड और स्टाफ ऑर्गन है. इसके चीफ को चीन के आर्मी चीफ या मिलिट्री चीफ ऑफ स्टाफ के समकक्ष माना जाता है. यह पद अभी जनरल लियू झेनली के पास है. उनकी सैलरी करीब 30 हजार युआन है. यह भारत के 3 लाख 72 हजार रुपए के बराबर है.