Bangkok Earthquake: म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार (28 मार्च) दोपहर को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी. म्यांमार में 1600 से ज्यादा मौतों की पुष्टि हो चुकी हैं और तीन हजार से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं. वहीं, हजारों लोग अभी भी लापता हैं. यहां 10 हजार लोगों के मारे जाने की आशंका है.
उधर, थाईलैंड में जनहानि कम हुई है. राजधानी बैंकॉक में एक बहुमंजिला इमारत गिरने से 10 लोगों की मौत हुई. हालांकि यहां की कई गगनचुंभी इमारतों में भूकंप के चलते बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जो डर पैदा कर रही हैं.
बैंकॉक में बड़ी संख्या में भारतीय भी रहते हैं. भूकंप के वक्त इन लोगों पर क्या बीती, यह जानने के लिए एबीपी ने भारतीय परिवारों से बातचीत की. इस दौरान किसी ने उन डरावने पल को याद करते हुए बताया कि मैं घर में ही तीन बार गिर पड़ा था तो किसी ने कहा कि महादेव की कृपा से जान बच गई.
‘समझिए कि महादेव ने बचा लिया’
एक शख्स ने बताया, ‘हमारा ऑफिस 16वीं मंजिल पर है. वहां से हम किस तरह जान बचाकर नीचे आए हैं. बस समझिए कि महादेव ने ही हमारी रक्षा की है. ऐसा भूकंप कभी जिंदगी में नहीं देखा. किसी तरह बस जान बचाकर नीचे आ पाए थे. मेरी मां 20वीं मंजिल पर थी. 70 साल की हैं, सीढ़ियों से उन्हें जैसे-तैसे नीचे ला पाए. उसके बाद 4 घंटे हमने रोड पर बिताए.’
‘लगा कि पानी की बोट में बैठे हैं’
एक अन्य भारतीय ने बताया, ‘मैं और मेरी वाइफ बाहर थे. मैं ड्राइव कर रहा था. ऐसा लगा था कि पानी की बोट में बैठे हैं. गाड़ी पूरी ऊपर नीचे हो रही थी.’ उनकी पत्नी कहती हैं, ‘ये (पति) मुझे बोले कि लगता है मुझे चक्कर आ रहा है, मेरा बीपी बढ़ या घट रहा है. फिर मैंने देखा कि ब्रिज पर लाइट के खंभे हिलते नजर आए. ब्रिज झूलता हुआ लगा. आगे-पीछे की गाड़ियां देखीं तो सभी डोल रही थीं. एक बिल्डिंग तो ऐसे दिख रही थी, जैसे उसमें स्प्रिंग लगा हुआ है, वो पूरी इधर-उधर डोल रही थी.’
‘पूरे 2 मिनट तक बिल्डिंग हिलती रही’
एक और भारतीय परिवार ने आपबीती बताते हुए कहा, ‘पूरा घर हिल रहा था. आसपास के फ्लैट से चिल्लाने की आवाजें आ रही थी. भयंकर शोर मचा हुआ था. हम लोग डरे हुए थे. हम 13वीं मंजिल पर रहते हैं. लिफ्ट बंद थी. 13वीं मंजिल से नीचे जाने में हम बहुत टाइम लगा. पूरे 2 मिनट तक लगातार झटके लग रहे थे.’ इसी परिवार के एक अन्य शख्स ने कहा, ‘यह इमारत इतनी ज्यादा हिल रही थी कि मैं घर में ही दो-तीन बार गिर गया. पहले भी भूकंप के झटके महसूस किए हैं मैंने लेकिन जो इस बार हुआ, ऐसा पहले कभी महसूस नहीं हुआ.’