मार्च तिमाही में 7.4 परसेंट रही भारत की जीडीपी ग्रोथ, सरकार ने जारी किए आंकड़े

मार्च तिमाही में 7.4 परसेंट रही भारत की जीडीपी ग्रोथ, सरकार ने जारी किए आंकड़े


India GDP Data: भारत में आर्थिक विकास की दर में गजब की तेजी आई है. जनवरी–मार्च तिमाही (Q4 FY25) में भारत की GDP ग्रोथ 7.4 परसेंट रही, जो पिछले चार तिमाहियों में सबसे अधिक है. वहीं, पूरे वित्त वर्ष 2025 के दौरान देश की जीडीपी 6.5 परसेंट की दर से बढ़ी. सरकार की तरफ से 30 मई को जारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गई. इससे पता चलता है कि घरेलू मांग, निवेश और कृषि उत्पादन बढ़ने की वजह से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनती जा रही है. 

इतना रहा इन सेक्टरों का ग्रोथ

पिछले साल के मुकाबले नॉमिनल जीडीपी में 9.8 परसेंट का उछाल आया है, जो अब 330.68 लाख करोड़ तक पहुंच गई है. जबकि रियल जीडीपी 187.97 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. वित्त वर्ष 2024-25 में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 9.4 परसेंट की वृद्धि हुई है, इसके बाद पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, डिफेंस और अन्य सेवाओं में 8.9 परसेंट का ग्रोथ हुआ है. इसके अलावा, फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेश्नल सर्विसेज का ग्रोथ 7.2 परसेंट पर रहा.

भारतीय रिजर्व बैंक ने भी पूरे साल के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 परसेंट ही लगाया था. हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले देश की इकोनॉमी में तेजी देखी गई है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.4 परसेंट थी. वैसे सालाना आधार पर ग्रोथ रेट में कमी आई है क्योंकि पिछले वित्त वर्ष में मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.4 परसेंट रहा था.   

GVA में इतना परसेंट हुआ इजाफा

2025 के पहले तीन महीनों में GVA 6.8 परसेंट बढ़ा. जबकि पिछली तिमाही में GVA 6.5 परसेंट थी. GVA का इस्तेमाल आर्थिक विकास को मापने में किया जाता है, जो किसी इकोनॉमी में अलग-अलग सेक्टर के योगदान को दर्शाता है. वहीं, जनवरी-मार्च तिमाही में निजी उपभोक्ताओं का खर्च साल दर साल के हिसाब से 6 परसेंट बढ़ा है. इसी के साथ रिटेल महंगाई अप्रैल में 3.16 परसेंट के छह साल के निचले स्तर पर आ गई क्योंकि इस बार मानसून के अनुमान से बेहतर होने और अगले महीने रेपो रेट में फिर से कटौती होने की उम्मीद है. 

आकंड़ों में सरकारी खर्च में 1.8 जनवरी-मार्च तिमाही में सरकारी खर्च में 1.8 परसेंट की गिरावट आने का भी खुलासा हुआ है. जबकि पिछली तिमाही में इसमें 9.3 परसेंट की वृद्धि हुई थी. आकंड़ों में सरकारी खर्च में 1.8 जनवरी-मार्च तिमाही में सरकारी खर्च में 1.8 परसेंट की गिरावट आने का भी खुलासा हुआ है. जबकि पिछली तिमाही में इसमें 9.3 परसेंट की वृद्धि हुई थी. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने की वजह से वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते कुछ निजी फर्मों ने निवेश में देरी की, लेकिन इस तिमाही में पूंजीगत खर्च में 9.4 परसेंट का इजाफा हुआ है. 

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