N Chandrababu Naidu On Operation Sindoor: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार (08 जून, 2025) को ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करते हुए कहा कि यह सरकार के लिए एक उपलब्धि है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें ग्लोबल लीडर बताया. टीडीपी चीफ ने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को रोकने में भी भूमिका निभाई.
अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा, “100 पर्सेंट यह (ऑपरेशन सिंदूर) मोदी सरकार की उपलब्धि है. कोई भी अन्य नेता बिना सटीकता के इसे इतनी कुशलता से नहीं कर सकता. पहलगाम आतंकी हमला दुर्भाग्यपूर्ण था और इसमें पतियों की उनकी पत्नियों के सामने हत्या कर दी गई.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय महिलाओं की भावनाओं को पूरा करने और पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों से बदला लेने के लिए भारत के मिलिट्री ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा.
‘पीएम मोदी ने निभाई संघर्ष रोकने में भूमिका’
नायडू ने कहा, “20 मिनट के भीतर हमने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया और नागरिकों और रक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं किया. संघर्ष सही समय पर खत्म हुआ. प्रधानमंत्री मोदी ने लड़ाई को खत्म किया. क्या यह हमारा श्रेय नहीं है? उनकी बुद्धि की जीत हुई. यदि युद्ध लंबा चला तो हम हार जाएंगे.”
राहुल गांधी के दावे पर क्या बोले नायडू?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि क्या भारत अमेरिका के दबाव के आगे झुक गया है, नायडू ने कहा कि किसी के सामने आत्मसमर्पण करने की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा, “हमारी अपनी रणनीति है. ट्रंप को कौन कंट्रोल करेगा? वह जो चाहे बोलेंगे लेकिन साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी की समझदारी भी प्रबल हुई. हम बहुत स्पष्ट हैं. हम अनावश्यक रूप से झगड़ा नहीं करेंगे. अगर कोई हमारे पीछे आता है तो हम उसे नहीं छोड़ेंगे. हम अपने देश की रक्षा करने में सक्षम हैं.”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए कहीं से किसी सिफारिश या समर्थन की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी विश्व स्तर पर एक बड़े नेता के रूप में उभर रहे हैं. यह हमारे देश का गौरव है.”
वक्फ कानून पर क्या बोले सीएम नायडू?
वक्फ कानून पर उन्होंने कहा, “टीडीपी मुसलमानों सहित सभी धर्मों और समुदायों के लिए है. बनाई गई सभी वक्फ संपत्तियों का इस्तेमाल अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. अगर वक्फ अधिनियम का सही तरीके से उपयोग किया जाता है तो यह मुसलमानों के पक्ष में होगा.”
वन नेशन वन इलेक्शन पर क्या कहा?
उन्होंने कहा, “हम शुरू से ही इसका समर्थन करते रहे हैं. हम प्रगतिशील हैं. हम चुनाव के बाद अगले पांच साल तक प्रशासन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और सभी पहलुओं में लोगों को सशक्त बना सकते हैं. हम चुनाव के लिए काम कर रहे हैं और लोग हमें उनके लिए सही काम करने के लिए पांच साल का जनादेश देते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “हर साल चुनाव होते हैं. एक साल के भीतर दो चुनाव हुए – महाराष्ट्र और दिल्ली में. बिहार में चुनाव होने वाले हैं. मेरे हिसाब से यह ठीक नहीं है. हमें कुछ और चुनावी सुधारों की जरूरत है. चुनाव, उपचुनाव और आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य सरकारें कुछ नहीं कर सकती हैं.”
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