‘मेरा पोता जिंदा है या नहीं, मुझे नहीं पता’, भावुक हुए अतुल सुभाष के पिता

‘मेरा पोता जिंदा है या नहीं, मुझे नहीं पता’, भावुक हुए अतुल सुभाष के पिता


Atul Subhash Murder Case: बेंगलुरु पुलिस ने आत्महत्या करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी, उसकी सास और साले को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रविवार को बताया कि अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से तथा निकिता की मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया. 

पुलिस बताया कि आरोपियों को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इसी बीच मृतक अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी ने अपने पोते को लेकर सवाल उठाया है.

‘मेरा पोता मेरे पास आए’

आरोपी निकिता सिंघानिया, निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया की गिरफ्तारी पर मृतक अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि उसने हमारे पोते को कहां रखा है. क्या उसे मार दिया गया है या वह जिंदा है? हमें नहीं पता है, मैं उसके बारे में कुछ भी नहीं जानता हूं. मैं चाहता हूं कि मेरा पोता हमारे साथ रहे.” 

उन्होंने आगे कहा, “मैं आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को धन्यवाद देता हूं. हमारे मामले में जज भी भ्रष्ट था. मुझे अभी तक न्याय नहीं मिला है. उन्होंने मेरे बेटे के खिलाफ हर बार नया मामला दर्ज करा दिया था.  हम पीएम मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राजद नेता तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं से अपील करते हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि मेरा पोता मेरे पास आए.एक दादा के लिए उनका पोता सबसे ज्यादा मायने रखता है .मेरा बेटा,पूरा समाज, लोग मेरे साथ में हैं. 

‘नौ दिसंबर को घर में मिला था शव’

सुभाष (34) का शव नौ दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उसके घर पर फंदे से लटका मिला था. सुभाष ने वीडियो और नोट में आरोप लगाया था कि उससे अलग रह रही उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने झूठे मामलों में फंसाकर और लगातार उत्पीड़न कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया. मराठाहल्ली पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया तथा निकिता और दो अन्य को गिरफ्तार किया है.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *