Waqf Amendment Bill: संसद में बुधवार (2 अप्रैल, 2025) को वक्फ संशोधन विधेयक पेश होने के बाद से गहमागहमी जारी है. वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान लोकसभा में सपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने इस बिल को सरकार की नाकामी करार दिया और मोदी सरकार पर मुस्लिम विरोधी होने के आरोप लगाए तो वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने सरकार से एक हैरान कर देने वाली डिमांड की. उन्होंने कहा, ‘मैं भी रामजी का वंशज हूं, मंदिर के ट्रस्ट में मुझे भी शामिल करें’.
इमरान मसूद ने वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान कहा, ‘वक्फ को ड्राफ्ट करने वाले लोगों में मैक्सिमम वो लोग थे जिन्हें वक्फ के बारे में पता नहीं था. वक्फ को मुसलमान ही समझता और जानता है’. उन्होंने आगे कहा कि ये विवाद वाली स्थिति में designated officer की बात लिखी गई है लेकिन ये नहीं लिखी कि ये कब-कब इस्तेमाल होगा. वक्फ बोर्ड के अंदर गैर मुस्लिमों का बहुमत हो जाएगा’.
काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुसलमानों के ही ऊपर शर्तें लागू हो रही हैं. इमरान मसूद ने सरकार पर हमला करते हुए वाराणसी के काशी विश्वनाथ ट्रस्ट का हवाला दिया. उन्होंने कहा, ‘वक्फ बोर्ड में 22 मेंबर होंगे और उनमें से 10 ही मुसलमान होंगे. इस तरह गैर मुस्लिमों का वक्फ बोर्ड में बहुमत होगा. अभी काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को लेकर नियम है कि डीएम पदेन अधिकारी होगा लेकिन अगर मौके पर डीएम कोई मुस्लिम है तो उससे नीचे या फिर ऊपर कोई और अधिकारी पदेन अध्यक्ष होगा’. इमरान मसूद ने कहा कि ये बार-बार कहते हैं कि practicing muslims ही अपनी प्रॉपर्टी वक्फ कर सकेगा लेकिन ये कौन तय करेगा, ये पैमाना कौन तय करेगा’.
‘बाबा साहब के संविधान को कमजोर मत कीजिए’
इमरान मसूद ने कहा कि हमारा संविधान सहिष्णुता की याद दिलाता है. ये बाबा साहब का संविधान है, इसे कमजोर नहीं कीजिए. ईद में पीएम मोदी की तरफ से दी गई ‘सौगात ए मोदी’ को लेकर तंज कसते हुए इमरान मसूद ने कहा कि हमें सौगाते ए मोदी में शिक्षा दे दीजिए…
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