Myanmar Earthquake: अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार म्यांमार में शुक्रवार (28 मार्च) को 10 घंटे के भीतर कुल 14 भूकंप दर्ज किए गए. पहली भूकंप की तीव्रता 7.7 थी. इसके बाद 6.7 तीव्रता की दूसरा शक्तिशाली झटका महसूस किया गया.
शनिवार तक, म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा ने पुष्टि की कि भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 694 हो गई है, जबकि 1,670 लोग घायल हुए हैं. बचाव कार्य अभी भी जारी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है. भूकंप का केंद्र सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में था, जो इस आपदा का मुख्य शिकार बना. यह क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है, और इस भूकंप ने म्यांमार के मध्य हिस्से में व्यापक रूप से इमारतों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है.
USGS डेटा और भूकंप की तीव्रता
यूएसजीएस की ओर से दर्ज किए गए सबसे शक्तिशाली झटकों में 7.7 तीव्रता का भूकंप सुबह के शुरुआती समय में आया. इसके बाद 4.5 से लेकर 6.7 तीव्रता तक के झटके महसूस किए गए. इन झटकों ने इमारतों को गिरा दिया, सड़कों में दरारें पड़ गईं और लोग घबराकर अपने घरों से भागने लगे. हजारों लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में अपने घरों से बाहर निकल आए.
कई हिस्सों में बिजली और संचार सेवाएं ठप
भूकंप से प्रभावित कई हिस्सों में बिजली और संचार सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे बचाव कार्यों में काफी कठिनाई हो रही है. आपातकालीन बचाव दल को सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है, लेकिन भारी नुकसान के कारण कुछ समुदायों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है.
म्यांमार सरकार की प्रतिक्रिया
म्यांमार की सैन्य जुंटा राहत और बचाव कार्यों का समन्वय कर रही है. हालांकि कई इलाकों में राहत बचाव कार्य में मुश्किलें हो रही हैं. कई लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं. मानवीय सहायता एजेंसियां भी चिकित्सा सहायता और आश्रय प्रदान करने के लिए आगे आ रही हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने घरों से बेघर हो गए हैं.
म्यांमार को अंतरराष्ट्रीय सहायता
यह भूकंप न केवल भौतिक नुकसान का कारण बना है, बल्कि लोगों को मानसिक रूप से भी गहरा आघात पहुंचा है. कई लोग उस भयावह पल का जिक्र कर रहे हैं, जब धरती कांपने लगी और इमारतें उनके आसपास गिरने लगीं. प्रभावित क्षेत्रों में सरकार ने आपातकाल घोषित कर दिया है, और अंतरराष्ट्रीय सहायता भी जुटाई जा रही है ताकि राहत और बचाव कार्यों को तेज किया जा सके.
म्यांमार में आया भूकंप एक बड़ी आपदा
2025 में म्यांमार में आया यह भूकंप एक बड़ी आपदा साबित हुई है. जैसे-जैसे बचाव कार्य आगे बढ़ रहे हैं, इस विनाश का पूरा पैमाना अभी सामने आना बाकी है. यूएसजीएस स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है, और आने वाले दिनों में आफ्टरशॉक्स की संभावना बनी हुई है.
भूकंप से प्रभावित हजारों लोग
इस भूकंप से प्रभावित हजारों लोग अपने घरों और जीवन को फिर से खड़ा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. आवश्यक सेवाओं को बहाल करने और बेघर लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकार और अंतर्राष्ट्रीय संगठन जुटे हुए हैं. म्यांमार के लोगों का साहस और धैर्य इस आपदा के बाद पुनर्निर्माण की दिशा में उनकी सबसे बड़ी शक्ति होगी.