यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बुधवार (23 जुलाई, 2025) को पुष्टि की है कि यूक्रेन ने फ्रांस की ओर से आपूर्ति किया गया एक मिराज 2000 लड़ाकू विमान खो दिया. जेलेंस्की ने कहा, ‘दुर्भाग्य से आज हमने अपना लड़ाकू विमान खो दिया, एक फ्रांसीसी विमान, एक बेहद प्रभावी विमान, हमारा एक मिराज जेट.’
जेलेंस्की ने कहा कि पायलट सफलतापूर्वक विमान से बाहर निकल गया और उन्होंने यह भी बताया कि दुर्घटना रूसी हमले के कारण नहीं हुई थी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यूक्रेनी वायु सेना के कहा कि विमान एक उड़ान मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे जमीन पर कोई हताहत नहीं हुआ.
फरवरी में यूक्रेन को मिला मिराज
यूक्रेन को फ्रांस से मिराज 2000 लड़ाकू विमानों का पहला जत्था फरवरी में मिला था. यह पहली बार था, जब यूक्रेन में फ्रांस से मिले मिराज विमान से जुड़ा कोई हादसा हुआ है. इन लड़ाकू विमानों को यूक्रेनी पायलट उड़ा रहे थे, जिन्हें फ्रांस में कई महीनों तक प्रशिक्षण दिया गया था.
6 जून, 2024 को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा करते हुए कहा, ‘फ्रांस यूक्रेन को मिराज 2000-5 लड़ाकू विमान प्रदान करेगा.’ फ्रांसीसी सेना 4,500 सैनिकों की एक पूरी यूक्रेनी बटालियन को प्रशिक्षित करेगा, जिसे युद्ध के मैदान में तैनात किया जाएगा.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कही थी ये बात
उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों की आपूर्ति तनाव बढ़ाने वाला कारक नहीं है और वादा किया कि इन हथियारों का इस्तेमाल नागरिकों पर बमबारी करने के लिए नहीं किया जाएगा. इसके अलावा, मैक्रों ने यूक्रेन में सैन्य प्रशिक्षकों को भेजने की संभावना से भी इनकार नहीं किया.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि इस विषय पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए. मिराज 2000 एक फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है. इसमें सिंगल-इंजन है और यह चौथी पीढ़ी का जेट है, जिसका निर्माण डसॉल्ट एविएशन की तरफ से किया गया है. यह एससीएएलपी मिसाइलों सहित सटीक-निर्देशित हथियारों को ले जाने में सक्षम है.
फ्रांस के पास सीमित संख्या में लड़ाकू विमान
हालांकि, कीव ने यह नहीं बताया है कि फ्रांस ने कितने विमान दिए हैं या कुल कितने विमान देने की योजना है. फ्रांसीसी दैनिक ले मोंडे के अनुसार, फ्रांसीसी वायु सेना के पास केवल सीमित संख्या में लड़ाकू विमान हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ये लड़ाकू विमान फ्रांस के लिए अपनी सभी दैनिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए मुश्किल से पर्याप्त हैं.
ये भी पढ़ें:- इलेक्शन कमीशन ने उपराष्ट्रपति के चुनाव को लेकर शुरू की प्रक्रिया, जल्द ही तारीख की होगी घोषणा