Donald Trump: व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बहस के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का बदला हुआ रूप देखने को मिला. जहां जेलेंस्की पहले कहते थे कि यूक्रेन के शामिल हुए बिना कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन जैसे ही अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य मदद रोकने का ऐलान किया, वैसे ही जेलेंस्की के तेवर नरम पड़ गए और वह ट्रंप के नेतृत्व में समझौता करने को राजी हो गए. इसके लिए जेलेंस्की ने यूक्रेन के खनिज भंडार को भी अमेरिका को सौंपने का ऐलान कर दिया है. हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति चाहते हैं कि इसके बदले में अमेरिका सुरक्षा की गारंटी दे, जिस पर ट्रंप अबतक राजी नहीं हुए हैं.
यूक्रेन के पास लिथियम, टाइटेनियम, गैलियम, मैंगनीज, यूरेनियम और कोबाल्ट जैसे कई खनिजों का भंडार है. ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका ने जो सैन्य मदद और वॉर फंडिंग यूक्रेन को की है, उसके बदले में उसे ये खनिज भंडार मिल जाएं ताकि वो रूस और चीन से इन सब मामलों में हमेशा आगे बना रहे. आइए जानते हैं कि यूक्रेन के पास ऐसा क्या-क्या है, जिसे पाने के लिए अमेरिका बेकरार है.
लिथियम- यूक्रेन में करीब पांच लाख टन लिथियम का भंडार है. यह खनिज इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी बनाने के लिए महत्वपूर्ण है. इस युद्ध के बाद यूक्रेन के दो प्रमुख लिथियम भंडार रूस के कब्जे में चले गए हैं.
मैंगनीज- यूक्रेन के पास करीब 140 मिलियन टन मैंगनीज का भंडार है. नेप्रोपेट्रोव्स्क और जापोरोजे क्षेत्र में जो भंडार हैं, वो अब रूसी क्षेत्र में चले गए हैं.
टाइटेनियम- अमेरिका का मानना है कि यूक्रेन के पास 8.4 मिलियन टन टाइटेनियम का भंडार है. टाइटेनियम सैन्य, एयरोस्पेस, मेडिकल और मोटर वाहनों की इंडस्ट्री के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
यूरेनियम- यूक्रेन के पास परमाणु ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ यूरेनियम का भंडार है. साल 2022 के एक सर्वे के मुताबिक, यूक्रेन में रेनियम भंडार की मात्रा लगभग 185,400 टन है.
निकेल- इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी बनाने में निकेल एक महत्वपूर्ण पदार्थ है. ऐसा अनुमान है कि यूक्रेन में 2,15,000 टन निकेल का भंडार है.
गैलियम- यूक्रेन दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है जो सालाना करीब चार टन गैलियम का उत्पादन करता था. यह एलईडी निर्माण के लिए महत्वपूर्ण घटक है.
बेरिलियम- यूक्रेन के पास 5,515 टन बेरिलियम का भंडार है. यह परमाणु ऊर्जा, सैन्य, एयरोस्पेस और इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण अवयव है.
ग्रेफाइट- यूक्रेन में करीब 18 मिलियन टन ग्रेफाइट का भंडार है. जो उसके तीन प्रांतों में हैं. इनमें से एक साइट अब रूस के कब्जे में चली गई है. ग्रेफाइट दूरसंचार, मेडिकल और सैन्य उपकरणों के उत्पादन में काफी महत्वपूर्ण है.
लौह अयस्क- यूक्रेन में करीब 30 बिलियन टन लौह अयस्क भंडार है. इसकी सबसे महत्वपूर्ण साइट डेनेप्रोपेट्रोव्स्क में है, जो करीब 90 फीसदी उत्पादन करता है.
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