Election Commission of India Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने एक बार फिर महाराष्ट्र चुनाव और चुनावी प्रक्रिया के ऊपर गंभीर सवाल उठाए हैं, जिनको लेकर देश में राजनीति एक बार फिर से शुरू हो चुकी है. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, इन सब के बीच चुनाव आयोग ने आरोपों पर कहा, “यह बहुत ही अजीब है कि चुनाव आयोग को सीधे पत्र लिखने के बजाए 24 दिसंबर, 2024 को कांग्रेस को चुनाव आयोग की ओर से लिखे गए विस्तृत पत्र के बावजूद, राहुल गांधी बार-बार अपनी निराधार शंकाओं का उत्तर मांगने के लिए मीडिया से बात कर रहे हैं और पत्र लिख रहे हैं.”
चुनाव आयोग से सीधे संपर्क करने से क्यों कतरा रहे राहुल गांधी?
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं है कि राहुल गांधी चुनाव आयोग को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखकर उत्तर पाने से क्यों कतरा रहे हैं? जबकि अगर राहुल गांधी या कांग्रेस के नेताओं को चुनाव की प्रक्रिया को लेकर किसी तरह के सवाल हैं या संशय हैं तो उनको चुनाव आयोग से बात कर दूर किया जा सकता है.
15 मई को कांग्रेस नेताओं की चुनाव आयोग के साथ थी बैठक, लेकिन नहीं पहुंचे नेता
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग लगातार राजनीतिक दलों से उनकी शंकाओं उनकी सलाह और चुनावी प्रक्रिया को और कैसे बेहतर किया जा सकता है इस मुद्दे पर बैठक कर रही है. इस कड़ी में तमाम राजनीतिक दलों के राजनेता चुनाव आयोग से मिल रहे हैं. कांग्रेस नेताओं को भी 15 मई को चुनाव आयोग से मिलना था, लेकिन वह वहां नहीं पहुंचे और उन्होंने यह बैठक आगे कभी करने की बात कही.
सूत्रों के मुताबिक, अगर कांग्रेस के नेताओं को कोई आशंकाएं हैं तो वह मीडिया की बजाए सीधे चुनाव आयोग से बात कर उनको दूर कर सकते हैं. हालांकि, चुनाव आयोग पहले भी राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं की ओर से महाराष्ट्र चुनाव को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब वक्त वक्त पर देता रहा है.
राहुल गांधी चुनाव आयोग को लेकर एक्स पर की टिप्पणी
इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक टिप्पणी की है. राहुल गांधी ने कहा, ‘‘प्रिय निर्वाचन आयोग, आप एक संवैधानिक संस्था हैं. बिना हस्ताक्षर के, (सवालों के जवाबों को) टालमटोल वाले नोट जारी करना, गंभीर सवालों का जवाब देने का तरीका नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो मेरे लेख में दिए गए सवालों के जवाब दें और इसे साबित करें.” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों के लोकसभा और विधानसभाओं के हाल में हुए चुनावों के लिए समेकित, डिजिटल, मशीन-पठनीय मतदाता सूची प्रकाशित करें और महाराष्ट्र के मतदान केंद्रों से शाम पांच बजे के बाद की सभी सीसीटीवी फुटेज जारी करें.’’ गांधी ने यह भी कहा, ‘‘टालमटोल करने से आपकी विश्वसनीयता सुरक्षित नहीं रहेगी. सच बोलने से आपकी विश्वसनीयता सुरक्षित रहेगी.’’