रिलायंस इन्फ्रा से पुणे-सतारा रोड टोल प्रोजेक्ट छीनने को क्यों आगे बढ़े एक्सिस-IDFC बैंक, जानें

रिलायंस इन्फ्रा से पुणे-सतारा रोड टोल प्रोजेक्ट छीनने को क्यों आगे बढ़े एक्सिस-IDFC बैंक, जानें


Reliance Infra:  रिलायंस इन्फ्रा पर एनएच-44 के पुणे-सतारा सिक्स लेन रोड के टोल वसूलने की परियोजना में नए आरोप लगे हैं. इस कारण इस प्रोजेक्ट को रिलायंस इन्फ्रा से छीनकर एक्सिस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक कब्जा जमाने के लिए आगे बढ़े हैं. दोनों बैंकों ने रिलायंस इन्फ्रा पर लोन चुकाने में डिफॉल्टर होने का आरोप लगाया है. साथ ही इस आधार पर पुणे-सतारा रोड टोल प्रोजेक्ट अपने हवाले करने के लिए दोनों बैंकों ने नोटिस दिया है. रिलायंस इन्फ्रा ने स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी दे दी है. इस नोटिस की घोषणा से पहले ही रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयर शुक्रवार को 1.2 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुए. शुक्रवार को शेयर का क्लोजिंग प्राइस 298 रुपये 50 पैसा था. सालभर में शेयर लगभग 50 फीसदी ऊपर गया है.

26 दिसंबर को दिया गया है नोटिस

रिलायंस इन्फ्रा की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि उसकी सब्सिडियरी पुणे-सतारा रोड टोल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एक्सिस बैंक की ओर से 26 दिसंबर को नोटिस दी गई है. नोटिस में कंपनी पर डीएसआरए डिफॉल्टर होने का आरोप लगाया है. डीएसआरए डिफॉल्टर होना एक तरह से लोन चुकाने में चूकना है. इसी आधार पर दोनों बैकों ने राइट ऑफ सब्सिटीट्यूशन की बात कही है. इसका मतलब है कि दोनों बैंकों ने कर्ज चुकाने में चूकने के कारण परियोजना का नियंत्रण अपने हाथ में लेने का दावा पेश किया है. रिलायंस इन्फ्रा की ओर से कहा गया है कि उनकी ओर से कानूनी सलाह ली जा रही है. अपने हितों की रक्षा के लिए वे सही कदम उठाएंगे. 

वित्तीय नुकसान का अभी आकलन नहीं

रिलायंस इन्फ्रा ने दोनों बैंकों की ओर से उठाए कदमों से कंपनी को होने वाले वितीय नुकसानों का आकलन अभी नहीं किए जाने की बात कही है. इस स्टेज पर अभी इस बारे में विचार भी नहीं किया जा सकता है. फाइनल आउटकम आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है.

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