Delhi New CM Rekha Gupta: दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर हो रहे राजनीतिक शोर-शराबे पर अब पूर्णविराम लग गया है. बीजेपी ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री चुन लिया है. चुनाव नतीजों के बाद से ही रेखा गुप्ता को सीएम बनाये जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिसपर अब मुहर लग गई है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर रेखा गुप्ता के सीवी में ऐसा क्या था कि बीजेपी ने पहली बार की विधायक पर भरोसा जताया है.
कई राज्यों में सीएम को लेकर चौंका चुकी है बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी इससे पहले भी कई राज्यों में सीएम के तौर पर नये चेहरे को लॉन्च कर चौंकाती रही है. जिसका उदाहरण, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा है. बीजेपी जिस भी नेता को मुख्यमंत्री बनाती है, ये जरूर देखती है कि उन पर करप्शन का दाग नहीं हो. दिल्ली में सीएम का चुनाव करते हुए भी इस बात का ध्यान रखा गया है.
RSS से जुड़ाव का मिला फायदा
बीजेपी उन नेताओं को आगे कर रही है, जिनमें पद का लालच न हो और जो जनता के बीच रहकर काम कर सकें. इससे नीचे के कार्यकर्ताओं में सकारात्मक संदेश जाता है. अक्सर यह देखा गया है कि जिन नेताओं का आरएसएस और संगठन पर पकड़ रहता है, उन्हें बीजेपी में जरूर मौका मिलता है. रेखा गुप्ता भी आरएसएस की सक्रिय सदस्य रह चुकी हैं. वह कॉलेज टाइम से आरएसएस से जुड़ी हुई हैं, जिस वजह से वह बीजेपी की पहली पसंद बनकर उभरीं.
पीएम मोदी ने किया था प्रचार
बीजेपी की 21 राज्यों में सरकार है, लेकिन कहीं भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है. नये सीएम की शपथ लेते ही रेखा गुप्ता वर्तमान में बीजेपी की पहली महिला मुख्यमंत्री बन जाएंगी. शालीमार बाग सीट पर पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के सीएम नायब सैनी रेखा गुप्ता के लिए प्रचार किया था. इसी से संकेत मिल रहे हैं कि RSS चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता को चुन चुका था.
इस फैक्टर की वजह से बीजेपी ने बनाया सीएम
बीजेपी की ओर से रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगने के पीछे एक वजह ये भी है कि वह वैश्य समाज से आती हैं. पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल भी इसी समुदाय से आते हैं. यह समुदाय बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है और पीएम मोदी भी अपनी कई भाषणों इसका जिक्र कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें : Rekha Gupta Net Worth: 5 करोड़ की प्रॉपर्टी, डेढ़ लाख नकद… जानिए दिल्ली की नई CM सीएम रेखा गुप्ता के पास कितनी है संपत्ति